Unsold Flats: संपत्ति सलाहकार फर्म की रिपोर्ट के अनुसार, देश के प्रमुख शहरों में बिना बिके घरों की संख्या में इजाफा देखा गया है. इन आठ शहरों में बिना बिके इकाईयों की संख्या में 17 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है.
Trending Photos
Unsold Flats in India: साल 2022 जहां बिल्डरों के लिए अच्छा कहा जा रहा है. वहीं, एक रिपोर्ट के अनुसार, देश के मुख्य बड़े शहरों मे अभी भी हजारों ऐसे फ्लैट हैं, जो अभी तक नहीं बिक पाए हैं. रिपोर्ट में कहा गया है कि धीमी गति से बिकने के कारण अभी बिल्डरों इन फ्लैटों को बेचने के लिए पांच साल तक का इंतजार करना पड़ सकता है. संपत्ति सलाहकार फर्म प्रॉपटाइगर डॉट कॉम ने अपनी नवीनतम रिपोर्ट में यह जानकारी दी है.
17 फीसदी की बढ़ोतरी
प्रॉपटाइगर डॉट कॉम की रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष 2022 में देश के आठ प्रमुख आवासीय बाजारों में बिना बिकी इकाईयों में 17 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई है. संख्या की बात करें तो बिना बिके घरों का
आंकड़ा बढ़कर 8,49,510 यूनिट्स हो गया है.
20 फीसदी इकाईयां बनकर तैयार
यह रिपोर्ट दिल्ली-एनसीआर, मुंबई महानगरीय क्षेत्र, कोलकाता, चेन्नई, बेंगलुरु, हैदराबाद, पुणे और अहमदाबाद में आवासीय इकाईयों की स्थिति पर आधारित है. इनमें से लगभग 8.5 लाख यानी 80 प्रतिशत बिना बिकी इकाइयां निर्माणाधीन हैं. जबकि, 20 प्रतिशत इकाइयां पूरी तरह बनकर तैयार हैं.
दिल्ली-एनसीआर की स्थिति
दिल्ली-एनसीआर की बात करें तो साल 2022 के अंत तक 98,290 आवासीय इकाईयां अभी बिक नहीं पाई हैं और बिल्डरों को बिक्री की मौजूदा गति के आधार पर इन्हें बेचने में लगभग पांच साल लग जाएंगे.
बिक्री का समय
संपत्ति सलाहकार फर्म की रिपोर्ट के अनुसार, घरों की बिक्री की मौजूदा गति को देखते हुए अनबिकी इकाइयों की बिक्री में सबसे अधिक 61 महीने का समय दिल्ली-एनसीआर में लगेगा. दूसरी ओर पुणे, कोलकाता और चेन्नई में इनको बेचने में सबसे कम 26 महीने का समय लगेगा.
इनपुट-भाषा
पाठकों की पहली पसंद Zeenews.com/Hindi, अब किसी और की जरूरत नहीं