World Expensive Film Govinda Controversy: आज हम आपको एक ऐसी फिल्म के बारे में बताएंगे जिसने रिलीज होती ही पूरी दुनिया को हिला दिया था. इस फिल्म के पहले पार्ट को बनाने में मेकर्स को 12 साल का वक्त लगा जिसकी वजह फिल्म के फिक्शन किरदारों को स्क्रीन पर उतारने के लिए जरूरी टेक्नोलॉजी ही नहीं थी. इस फिल्म पर मेकर्स ने ना केवल अपनी तिजोरी खोल दी बल्कि ये फिल्म भी रिलीज होते ही दुनिया की सबसे एक्सपेंसिव मूवी बन गईं. लेकिन ट्विस्ट तो तब आया जब फिल्म के रिलीज होने के बाद बॉलीवुड के 'राजा बाबू' गोविंदा ने ऐसी बात कह दी कि उन्हें खूब ट्रोलिंग का सामना करना पड़ा. तो चलिए आपको दुनिया की इस महंगी फिल्म से गोविंदा का क्या विवाद जुड़ा है वो डिटेल में बताते हैं.
दुनिया की सबसे महंगी फिल्म का बात करें तो ये रिकॉर्ड जैम्स कैमरून की साल 2009 में आई 'अवतार' के नाम दर्ज है.ये फिल्म जब रिलीज हुई थी तो इसने ना केवल 'टाइटैनिक' बल्कि 'जुरासिक पार्क' के रिकॉर्ड को चकनाचूर कर दिया था.
इस फिल्म के निर्देशक और राइटर एक ही थे जेम्स कैमरून. इन्हें बचपन से ही साइंस फिक्शन वाली बुक पढ़ने का शौक था. ऐसे में उनके दिमाग में इस तरह की फिल्म बनाने का आइडिया लंबे वक्त से तैर रहा था. जेम्स ने 'टाइटैनिक' बनाने के दौरान ही इस साइंस फिक्शन वाली फिल्म 'अवतार' की 80 पेज की कहानी लिख दी थी. इतना ही नहीं टाइटैनिक रिलीज होते ही अपनी अगली फिल्म अवतार का ऐलान कर दिया था. ये बात साल 1997 की है.
1997 में जेम्स कैमरून ने 'अवतार' बनाने का ऐलान तो कर दिया लेकिन तभी बाद में उन्हें एहसास हुआ कि इस फिल्म को बनाना इतना भी आसान नहीं है. इस फिल्म को बनाने में हाइटेक टेक्नोलॉजी की जरूरत थी. क्योंकि फिल्म के ज्यादातर किरदार फिक्शन वाले थे जिन्हें हाइटेक टेक्नोलॉजी के जरिए ही स्क्रीन पर उतारा जा सकता है. लिहाजा वो उस वक्त इस फिल्म पर काम नहीं कर पाए और फिल्म बनाने का आइडिया कुछ वक्त के लिए रोकना पड़ा.
साल 2006 में फिल्म की कहानी पर फिर से काम किया गया और फिल्म में दिखाए गए एलियंस के लिए अलग से भाषा बनाई गई. इस भाषा को डॉ पॉल फ्रॉमर ने बनाई थी. इतना ही नहीं इस किरदारों के कपड़ों को डिजाइन करने पर भी 2 साल तक काम किया गया. जेम्स ने किरदारों को क्रिएट करने के लिए साल 2005 से 2007 तक काम डिजाइनर जॉर्डू स्कील के साथ काम किया. इन सबके अलावा फिल्म में एक्टर्स के एक्सप्रेशन को शूट करने के लिए कैमरून ने एक अलग कैमरा डिजाइन किया था. जिसके बाद उन्हें एनिमेशन के लिए इस्तेमाल किया गया.
इस फिल्म की शूटिंग 2006 में शुरू हुई और फिल्म को रिलीज 2009 में किया गया. 'अवतार' फिल्म का बजट 237 मिलियन डॉलर यानी इंडियन करंसी में 1800 करोड़ था. वहीं इस फिल्म ने रिलीज होते ही 20 हजार 368 करोड़ का वर्ल्डवाइड कलेक्शन किया था. इस तरह से इस फिल्म का नाम दुनिया की मोस्ट एक्सपेसिंव और सबसे ज्यादा कमाई करने वाली दुनिया की टॉप फिल्मों में शुमार है.
अब बात करते हैं इसी फिल्म से जुड़े बॉलीवुड के 'हीरो नंबर 1' गोविंदा के विवाद की. दरअसल, गोविंदा साल 2019 में एक चैनल के शो में आए थे. इस शो के दौरान गोविंदा ने इस फिल्म को लेकर ऐसी बात कह दी थी कि वो लोगों को हजम नहीं हुई थी. जिसके बाद उन्हें इस इंटरव्यू को जिस जिसने भी देखा उसने एक्टर को खूब ट्रोल किया. गोविंदा इस इंटरव्यू में बात कह रहे थे कि उन्होंने फिल्मों के ऑफर ठुकराए और वो सब हिट हुईं.
गोविंदा ने कहा था कि 'पिक्चर ज्यादा चल रही थी तो उन दिनों थोड़ा सा हवा में था. अवतार का टाइटल मैंने ही दिया था. वो सुपरहिट हुई. मैंने उनके कहा भी था कि तुम्हारी फिल्म बहुत चलने वाली है और ये 7 साल तक नहीं बनेगी. तुम मूवी पूरी नहीं कर पाओगे. इसी इंटरव्यू में गोविंदा ने कहा था कि कैमरून चाह रहे थे कि मैं उनके साथ 410 दिन तक शूटिंग करूं. मेरे जैसे एक्टर के लिए बॉडी पर पेंट करवाना मुश्किल था. इसलिए मैंने उनसे कहा कि मुझे माफ करें, लेकिन मैंने जैसा उनसे कहा था उनकी फिल्म सुपरहिट रही.'
गोविंदा इस बयान के बाद खूब ट्रोल हुए थे. एक्टर का की ये बात लोगों को रास नहीं आई और उन्होंने सोशल मीडिया पर उनका खूब मजाक उड़ाया गया और भयंकर ट्रोलिंग का सामना करना पड़ा. इतना ही नहीं गोविंदा के 'अवतार' फिल्म के ऑफर वाले दावे पर जाने-माने फिल्म मेकर पहलाज निहलानी ने भी चुप्पी तोड़ी.
इन्होंने अपने एक बयान में कहा- 'मैंने उनके साथ अवतार नाम की एक फिल्म बनाई थी. 40 मिनट की शूटिंग की थी, ये फिल्म नहीं बन सकी और बंद हो गई. वो अवतार टाइटल से पता नहीं उसके दिमाग में क्या आया, बाद में क्लेम करता रहा कि मैं वहीं जैम्स कैमरून का अवतार कर रहा हूं. उसके दिमाग का डिस्क घूम गया और हिंदी भाषा से वो अंग्रेजी में चला गया.'
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