Lok Sabha Security Breach: संसद हमले की बरसी के दिन संसद के अंदर बुधवार को बड़ी सेंधमारी हुई. शीतकालीन सत्र की कार्यवाही चल रही थी. तभी दोपहर करीब 1 बजे 2 घुसपैठिए दर्शक दीर्घा से नीचे कूद गए. इन दोनों ने पीले रंग का धुआं छोड़ा और नारेबाजी करने लगे. ये सबकुछ देखकर वहां बैठे सांसद हैरान रह गए. हालंकि, मौका पाते ही सांसदों ने घुसपैठियों को पकड़ा और इनकी जमकर धुनाई कर दी. संसद के अंदर 2 आरोपी घुसे थे, जिनमें से एक का नाम सागर और दूसरे का डी. मनोरंजन है. ये अकेले नहीं थे. इनके 3 साथी संसद के बाहर भी मौजूद थे. जिनमें से एक का नाम था अमोल तो दूसरी नीलम है. मौका देखकर इन दोनों ने भी प्रदर्शन करना शुरू कर दिया. तीसरा साथी ललित बाहर से वीडियो बना रहा था. चार उपद्रवियों ने मिलकर संसद के अंदर और बाहर पीले रंग का धुआं छोड़ा और नारेबाजी की. आइए जान लेते हैं कि ये संसद में हंगामे को अंजाम देने वाले इन लोगों का बैकग्राउंड क्या है?
संसद में हंगामे आरोप में पुलिस ने 42 साल की नीलम आजाद को पकड़ा है, जिसे बुधवार को संसद के बाहर विरोध प्रदर्शन करते समय गिरफ्तार किया गया. नीलम हरियाणा के जींद की रहने वाली है. इससे पहले मई में दिल्ली में महिला पहलवानों के आंदोलन के दौरान उसे हिरासत में लिया गया था. सूत्रों ने कहा कि नीलम ने किसानों आंदोलन में सक्रिय रूप से हिस्सा लिया था. हरियाणा में भी कई विरोध प्रदर्शनों का हिस्सा रह चुकी है. नीलम की मां सरस्वती ने कहा कि मेरी लड़की बेरोजगारी से तंग थी. पढ़ाई करती थी. पढ़ने के लिए हिसार गई थी. वहीं, नीलम के भाई ने कहा कि हमें नहीं पता था कि दिल्ली गई है. हमें पता था कि वो हिसार में पढ़ाई कर रही है. वो बीए, एमए, बीए़ड और कैट क्लाईफाइड है, वो बेरोजगारी का मुद्दा उठाती रही है.
वहीं, संसद के अंदर हंगामा करने वाला सागर शर्मा यूपी के लखनऊ का रहने वाला है. सागर शर्मा अपने फेसबुक वॉल पर जो कुछ पोस्ट करता उसमें अपना नाम-सागर भारत लिखता था. उसके दो फेसबुक अकाउंट हैं. इसी साल 15 फरवरी को उसने एक पोस्ट में लिखा कि वैसे लिखना अपने आप में कोई बड़ी उपलब्धि नहीं है. अगर उसकी पहुंच ही सीमित हो. परंतु एक प्रकार से किसी व्यक्ति के लिए यह उसकी व्यक्तिगत संतुष्टि हो सकती है. सागर की मां रानी ने कहा कि दो दिन पहले वह घर से निकला था. उसने कहा था कि वह कुछ काम के लिए दोस्तों के साथ दिल्ली जा रहा है. सागर की फैमिली मूल रूप से यूपी के उन्नाव जिले की रहने वाली है, पुलिस ने परिजनों के हवाले से बताया कि सागर हाल ही में बेंगलुरु से लखनऊ लौटा था. सागर की नाबालिग बहन ने बताया कि मैंने अपने भाई को अपनी मां से यह कहते हुए सुना था कि वह कुछ दिन पहले एक विरोध प्रदर्शन में शामिल होने के लिए दिल्ली जा रहा है. मेरा भाई ई-रिक्शा चलाता था. वह पहले बेंगलुरु में काम करता था. पुलिस के मुताबिक, सागर शर्मा का परिवार किराए के मकान में रहता है. उसके पिता रोशन लाल बढ़ई का काम करते हैं.
संसद भवन में जिन लोगों ने घुसकर हमला किया, उनमें से एक का नाम अमोल शिंदे भी है. अमोल, महाराष्ट्र के लातूर का रहने वाला है. अमोल ने नीलम के साथ संसद भवन के बाहर धुआं फैलाकर नारेबाजी की थी. दिल्ली में हुई घटना के बाद लातूर पुलिस अमोल शिंदे के घर पहुंची. पुलिस अधिकारी ने बताया कि अमोल ग्रेजुएट है. अमोल ने पुलिस और सेना की भर्ती परीक्षाओं की तैयारी के दौरान दिहाड़ी मजदूर के तौर पर काम भी किया है. अमोल के दो भाई और माता-पिता भी दिहाड़ी मजदूरी करते हैं.
संसद में हंगामा करने वालों में सागर का दूसरा साथी मनोरंजन था. मनोरंजन कर्नाटक का रहने वाला है. वह इंजीनियरिंग का स्टूडेंट है. ये लोग मनोरंजन को कर्नाटक को लोकल बताकर मैसूर से बीजेपी सांसद प्रताप सिम्हा के पीए के संपर्क में आए थे. और अपना विजिटर पास जारी कराया था. ये सभी आपस में सोशल मीडिया के जरिए संपर्क में आए थे.
दिल्ली पुलिस के सूत्रों के मुताबिक, इस मामले का पांचवा आरोपी ललित झा है. घटना के दौरान वह संसद भवन के बाहर मौजूद था. जब पुलिस ने नीलम और अमोल को पकड़ा तो ललित मौके से फरार हो गया. एक सूत्र ने कहा कि सभी आरोपी संसद के अंदर जाना चाहते थे, लेकिन केवल दो को ही पास मिला था. ललित ने अमोल और नीलम का संसद परिसर के बाहर कैन से धुआं फैलाने वीडियो बनाया था. बाद में उसने वीडियो को इंस्टाग्राम पर अपलोड कर दिया था. पुलिस ने कहा कि उसने नीलम, अमोल, सागर और मनोरंजन के मोबाइल फोन भी अपने पास रख लिए थे.
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