90s Bollywood Superstar: दशकों तक हिंदी सिनेमा पर राज करने वाले एक बड़े सुपरस्टार ने एक बार घोषणा करते हुए कहा था कि वो अब कॉमेडी फिल्मों से ब्रेक ले रहे हैं. उन्होंने बताया कि उनकी कॉमेडी फिल्मों को काफी वक्त से लोग 'बी-ग्रेड' और 'सिर्फ टाइम-पास' टाइप एंटरटेनमेंट मानते हैं. इसी वजह से उन्होंने सोचा कि अब उन्हें अलग तरह के रोल करने चाहिए. चलिए बताते हैं कौन है ये सुपरस्टार, जिन्होंने अपने शानदार करियर में देखा भयंकर डाउनफॉल और आज हैं बड़े पर्दे से दूर, लेकिन फैंस फिर भी इनको करते हैं बेहद प्यार.
बॉलीवुड इंडस्ट्री में ऐसे कई स्टार्स हैं, जो अपनी-अपनी एक्टिंग से इंडस्ट्री से लेकर अपने फैंस के दिलों पर राज करते हैं. 90 के दशक में भी ऐसे कई स्टार्स थे, जिन्होंने अपने दमदार अभिनय से फैंस को इतना इंप्रेस किया था कि आज भी उनकी फैन फॉलोइंग वैसे ही बरकरार है, जैसे उस दौर में हुआ करती थी. हालांकि, वक्त के साथ वो बड़े पर्दे से दूर होते चले गए. उन्हीं में से एक गोविंदा भी हैं, जिन्होंने हिंदी सिनेमा को शानदार डांस और कॉमेडी फिल्में दी हैं.
उनकी ज्यादातर फिल्में ब्लॉकबस्टर रही हैं. लेकिन गोविंदा ने अपने करियर में जितना शानदार स्टारडम देखा उससे कहीं ज्यादा भयंकर डाउनफॉल का सामना किया. एक बार गोविंदा ने 2003 में अपने एक इंटरव्यू के दौरान कहा था कि वो अब कॉमेडी से ब्रेक ले रहे हैं, जिसके लिए वो खासतौर से जाने जाते थे और पसंद किए जाते थे. उनका कहना था कि उनकी कॉमेडी फिल्मों को लोग लंबे समय से 'बी-ग्रेड' या 'टाइम-पास' फिल्में मानते आ रहे हैं. रेडिफ के साथ हुई एक बातचीत में, उन्होंने बताया कि अब वो सीरियस रोल्स पर फोकस करना चाहते हैं.
गोविंदा ने ये भी कहा था कि बॉक्स ऑफिस पर हिट होने के बावजूद, उन्हें कभी बेस्ट एक्टर के अवॉर्ड नहीं मिल पाए, जिससे वो थोड़ा निराश थे. अपनी कॉमेडी फिल्मों पर बात करते हुए गोविंदा ने कहा था, 'मेरी फिल्मों को हमेशा बी-ग्रेड की टाइम पास एंटरटेनमेंट वाली फिल्में ही समझा गया. इन्हें कभी अच्छी फिल्में नहीं कहा गया, चाहे उन्होंने अच्छा बिजनेस भी किया हो. मुझे हमेशा बेस्ट एक्टर की कैटेगरी में नॉमिनेट किया गया, लेकिन कभी अवॉर्ड नहीं मिला. फिर कैटेगरी बदल गई और मुझे कॉमिक रोल में बेस्ट एक्टर के लिए नॉमिनेट किया जाने लगा'.
उन्होंने कहा, 'मैंने इसके खिलाफ लड़ने की कोशिश की, लेकिन फिर सोचा, क्यों लड़ना? इसलिए मैंने खुद में बदलाव करने का फैसला किया'. उन्होंने कहा कि अब वो कॉमेडी रोल्स नहीं करेंगे, 'मैं अब कॉमेडी फिल्में नहीं करने वाला हूं. लेकिन अगर कोई फिल्म करूंगा तो उसकी स्क्रिप्ट नई और ताजा होनी चाहिए. मुझे वही पुराना घिसा-पिटा स्टाइल पसंद नहीं आता. मेरी पिछली फिल्म 'एक और एक ग्यारह' तक मेरा ट्रैक रिकॉर्ड अच्छा रहा है. इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि मैं अपने करियर में कितना सफल रहा हूं, जरूरी ये है कि मुझे कामयाबी मिली है'.
उन्होंने कहा, 'अब मुझे अपना नाम खराब नहीं करना चाहिए. यही सही वक्त है बाहर निकलने का'. साथ ही गोविंदा ने अपनी इच्छा जाहिर करते हुए कहा कि उन्हें अब अच्छे और सार्थक सिनेमा का हिस्सा बनना है. उन्होंने कहा, 'मैं बस अच्छा काम करना चाहता हूं, जहां एक बढ़िया डायरेक्टर हो और कहानी भी दमदार हो. पर कोई खास ड्रीम रोल मेरे दिमाग में नहीं है. अगर मैंने पहले से कुछ सोच रखा होता, तो दूसरों को अपनी काबिलियत दिखाने का मौका नहीं मिल पाता'. उसी इंटरव्यू में गोविंदा ने बताया कि कैसे गंभीर किरदार निभा-निभाकर वो थक गए थे और तभी उन्होंने कॉमेडी की तरफ रुख किया.
किस्मत से उनकी कॉमेडी फिल्में जबरदस्त हिट रहीं और फिर उन्हें लगातार ऐसे रोल मिलने लगे. उन्होंने कहा, 'गंभीर रोल्स में मुझसे बहुत ज़्यादा उम्मीद की जाती थी और साल में तीन-चार ऐसी फिल्में करना मेरे लिए काफी थकाऊ हो गया था. इसी से बचने के लिए मैंने कॉमेडी में हाथ आजमाया. कॉमेडी ने मुझे मेंटली और फिजिकली तौर पर बेहतर बनाया. मैं इसमें सफल भी हुआ, लेकिन इसमें फंसना सही नहीं था. इसलिए मैंने इसे छोड़ने का फैसला किया'. अपनी पसंदीदा फिल्मों के बारे में पूछने पर उन्होंने 'हत्या' और 'स्वर्ग' को अपनी पसंदीदा फिल्में बताया.
कॉमेडी फिल्मों से दूर रहने की कसम खाने के बावजूद गोविंदा कई कॉमेडी फिल्मों में नजर आए. 2003 में जब ये इंटरव्यू छपा था, तब वे 'राजा भैया' और 'एक और एक ग्यारह' जैसी फिल्मों में काम कर रहे थे. उसके अगले साल 2004 में, उन्होंने 'खुल्लम खुल्ला प्यार करें' और 'सुख' जैसी कॉमेडी फिल्मों में काम किया. इसके बाद, उन्होंने साल 2006 में 'भागम भाग' और साल 2007 में 'पार्टनर' जैसी हिट कॉमेडी फिल्मों में भी काम किया. गोविंदा को आखिरी बार साल 2019 में आई 'रंगीला राजा' में देखा गया था, जिसके बाद से वे बड़े पर्दे से दूर हैं.
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