What to do if Data Leak: कुछ दिनों पहले खबर आई थी कि एक भारतीय ब्रांड के करीब 75 लाख यूजर्स का डाटा लीक हो गया है. हालांकि, अभी तक इस खबर की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन कंपनी इस मामले की जांच कर रही है. डाटा लीक होना किसी के लिए भी अच्छी खबर नहीं होती क्योंकि इसमें लोगों की संवेदनशील जानकारी होती है. ऐसे में सवाल उठता है कि ऐसी सिचुएशन में क्या किया जाए. आज हम आपको बताते हैं कि डेटा लीक जैसी स्थिति में आपको क्या करना चाहिए.
जितने भी ऑनलाइन अकाउंट्स में आपने उसी यूजरनेम और पासवर्ड का इस्तेमाल किया है, उन सभी के पासवर्ड तुरंत बदल डालें. मजबूत और अलग-अलग पासवर्ड का इस्तेमाल करें. आप चाहें तो अपने पासवर्ड को सुरक्षित रखने के लिए पासवर्ड मैनेजर का भी इस्तेमाल कर सकते हैं.
अपने बैंक स्टेटमेंट, क्रेडिट कार्ड स्टेटमेंट और बाकी फाइनेंशियल अकाउंट्स को नियमित रूप से चेक करते रहें. ताकि किसी भी तरह के फर्जी लेनदेन का पता चल सके. अगर आपको किसी भी तरह की गड़बड़ी लगती है तो तुरंत कार्रवाई करें.
टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन बहुत ही उपयोगी होता है. जहां भी हो सके अपने अकाउंट्स पर टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन जरूर चालू कर लें. ये आपकी सुरक्षा को मजबूत करेगा और आपके डेटा को सुरक्षित रखेगा.
ऐसे ईमेल, कॉल या मैसेज से सावधान रहें जो आपको धोखा देकर आपकी व्यक्तिगत जानकारी चुराने की कोशिश कर सकते हैं. किसी भी अनजान कॉन्टैक्ट से बात करते हुए सावधानी बरतें और उसके साथ अपनी कोई भी निजी जानकारी जैसी बैंक अकाउंट नंबर, ओटीपी शेयर न करें.
आज के समय में एआई टेक्नोलॉजी वाली कई भरोसेमंद सुरक्षा सेवाएं मौजूद हैं. ये सेवाएं आपके डाटा को सुरक्षित रखने में मदद करती हैं. साथ ही अगर आपका डेटा कभी डार्क वेब पर मिलता है तो आपको जल्दी सूचित भी कर देती हैं.
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