Antiquities smuggled to US returned India: पीएम नरेंद्र मोदी की अमेरिका यात्रा (PM Modi US Visit) के दौरान भारत से तस्करी कर वहां ले जाए गए एंटीक्स भारत को सौंपे गए हैं. मोदी राज में 2014 से अब तक भारत को मिले पुरावशेषों की कुल संख्या अब 640 हो गई है. जिसमें से अकेले अमेरिका ने भारत को 578 एंटीक्स लौटा दिए हैं.
भारत पर जब जब विदेशी आक्रांताओं ने लूट की तो यहां की नायाब चीजें लूटकर ले गए. मुगल हों या ईरानी लुटेरा नादिरशाह या फिर गोरे अंग्रेज, जिसका जो बस चला भारत से लूट कर चला गया. देश जब आजाद हुआ तो कुछ चोर उचक्कों और तस्करों ने देश की नायाब चीजों में सेंध लगाई कभी म्यूजियम तो कभी किसी आर्ट गैलरी, सरकारी या निजी संस्थान से देश की 'गौरव' रूपी धरोहरों को लोग चुरा-चुराकर विदेशों में बेच आए. मोदी राज में अबतक के करीब 11 सालों में भारत की चोरी हुई चीजें यानी एंटीक्स वापस लौटाए जा रहे हैं.
जो बाइडेन ने मोदी की इस यात्रा के दौरान 297 एंटीक्स यानी भारतीय पुरावशेषों को भारत को लौटाने का आदेश दिया है. नवीनतम स्वदेश वापसी के इस आदेश से साल 2014 के बाद से भारत को मिले करोड़ों के एंटीक्स की कुल संख्या 640 हो जाएगी. इसमें अकेले अमेरिका से लौटाए गए पुरावशेषों की कुल संख्या 578 तक पहुंच गई है.
पीएम नरेंद्र मोदी की अमेरिका यात्रा के दौरान भारत से तस्करी कर वहां से जाए गए एंटीक्स भारत को सौंपे गए हैं. मोदी राज में 2014 से अब तक भारत को मिले पुरावशेषों की कुल संख्या अब 640 हो गई है. जिसमें से अकेले अमेरिका ने भारत को 578 एंटीक्स लौटा दिए हैं. अमेरिका के एंटीक्स लौटाने के इस फैसले को आप बाइडेन का मोदी यानी भारत को दिया गया रिटर्न गिफ्ट समझ सकते हैं.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन को चांदी से बने हस्तनिर्मित प्राचीन रेलगाड़ी का मॉडल उपहार में दिया है. यह महाराष्ट्र के कारीगरों द्वारा तैयार की गई एक दुर्लभ और असाधारण कलाकृति है, जो भारतीय धातु शिल्पकला की उत्कृष्टता को दर्शाती है. अधिकारियों ने बताया कि इस प्राचीन कलाकृति में जटिल काम किया गया है और यह 92.5 प्रतिशत चांदी से बनी है. यह कलाकृति भाप इंजन चालित रेलगाड़ी के युग को समर्पित है. यह कलात्मक प्रतिभा और ऐतिहासिक महत्व का मिश्रण है. उन्होंने बताया कि भारत और अमेरिका के बीच मजबूत संबंधों को दर्शाते हुए इस मॉडल में भारत में यात्री ट्रेन में प्रयुक्त मानक प्रारूप के आधार पर अंग्रेजी और हिंदी में मुख्य डिब्बे के दोनों ओर ‘दिल्ली-डेलावेयर’ और इंजन के दोनों ओर ‘भारतीय रेलवे’ लिखा गया है.
नवीनतम हैंडओवर के अलावा, भारतीय प्रधानमंत्री की अमेरिका की पिछली यात्राओं से पुरावशेषों को पुनर्प्राप्त करने में काफी सफलता मिली है. 2021 में पीएम मोदी की यात्रा के दौरान अमेरिकी सरकार ने 157 वस्तुएं लौटाईं, जिनमें 12वीं सदी की कांस्य नटराज मूर्ति भी शामिल थी.
इसके अलावा, प्रधानमंत्री मोदी की 2023 की यात्रा के तुरंत बाद, 105 और पुरावशेष भारत वापस आ गए थे.
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