Mohini Ekadashi Vrat Kab hai: हिन्दू धर्म में एकादशी की तिथि बहुत महत्व रखती है. साल की सभी एकादशि तिथियों का अपने आप में महत्व है. इस दिन भगवान विष्णु की पूजा करने का विधान है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन जो व्यक्ति व्रत रखता है उसको मनचाहा फल मिलता है और जीवन की परेशानी दूर हो जाती हैं. वैशाख महीने के शुक्ल पक्ष की एकादशी को मोहिनी एकादशी कहा जाता है. इस दिन व्रत रखने से मोक्ष की प्राप्ति होती है.
हिन्दू पंचांग के अनुसार वैशाख महीने के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि की शुरुआत 18 मई को सुबह 11 बजकर 23 मिनट पर हो गई है. वहीं, इसका समापन 19 मई यानी आज दोपहर 1 बजकर 50 मिनट पर होगा. इसके चलते एकादशी का व्रत 19 मई यानी आज रखा जाएगा. इसी के चलते आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि इस दिन क्या-क्या नहीं करना चाहिए.
मोहिनी एकादशी के दिन चावल का सेवन नहीं करना चाहिए. शास्त्रों के अनुसार इस दिन चावल खाने से व्यक्ति पाप का भागीदार बनता है. कहा जाता है कि चावल खाने से अगले जन्म में कीड़े मकोड़े का जन्म मिलता है.
मोहिनी एकादशी के दिन तुलसी के पत्ते नहीं तोड़ने चाहिए और न ही जल अर्पित करना चाहिए. धार्मिक शास्त्रों के अनुसार तुलसी माता भी श्रीहरि के लिए एकादशी पर व्रत रखती हैं.
मोहिनी एकादशी के दिन भूलकर भी मांस, शराब, लहसुन, प्याज जैसे तामसिक भोजन का सेवन नहीं करना चाहिए. इस दिन आपको सात्विकता बरतनी चाहिए. कहा जाता है कि इस दिन तामसिक भोजन के सेवन से मां लक्ष्मी नाराज हो सकती हैं और पाप के भागीदार बन सकते हैं.
मोहिनी एकादशी के दिन वाद-विवाद से बचना चाहिए. भूलकर भी किसी को अपशब्द न कहें. खासतौर से अपने से बड़ों का अपमान नहीं करना चाहिए. इससे भगवान विष्णु की नाराजगी झेलनी पड़ सकती है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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