Dr Manmohan Singh Rare Pic: प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह नहीं रहे. यह सूचना आते ही पूरे देश में शोक की लहर दौड़ गई. भारत के दो बार बने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को हर कोई अपने-अपने हिसाब से याद कर रहा है. हर किसी के हिस्से में कई मनमोहन हैं. ठीक वैसे जैसे मनमोहन के जीवन में कई मनमोहन रहे. कॉलेज टाइम से लेकर पीएम तक. कई सारे किरदारों को जीते हुए भारत को विकास की राह पकड़ाते हुए, बिना कुछ कहे बहुत कुछ कह गए मनमोहन. 92 साल की उम्र में 26 दिसंबर 2024 शाम करीब आठ बजे अलविदा कह गए मनमोहन सिंह. इस मौके पर देखें मनमोहन सिंह की ग्यारह अनोखी तस्वीरें. तो आइए याद करते हैं और देखते हैं अपने-अपने हिस्से के पूर्व पीएम मनमोहन सिंह को.
मनमोहन सिंह का जन्म 26 सितम्बर 1932 को अविभाजित भारत के पंजाब प्रान्त के एक गाह गांव में हुआ था. डॉ. सिंह ने वर्ष 1948 में पंजाब विश्वविद्यालय से मेट्रिक की शिक्षा पूरी की. उसके बाद उन्होंने अपनी आगे की शिक्षा ब्रिटेन के कैंब्रिज विश्वविद्यालय से ग्रहण की.
तस्वीर 1978 की है. पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह और इसरो वैज्ञानिकों से मुलाकात करते हुए. फोटो में पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम भी हैं.
1967 में न्यूयॉर्क के कोनी आइलैंड में मनमोहन सिंह अपनी बेटियों उपिंदर और दमन के साथ. भारत के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की तीन बेटियां थीं – उपिंदर सिंह, दमन सिंह और अमृत सिंह. उनमें से प्रत्येक ने अपने-अपने क्षेत्रों में एक सफल करियर बनाया.
1984 में नई दिल्ली में अपने ऑफिस में RBI गवर्नर मनमोहन सिंह. डॉ मनमोहन सिंह को इकॉनोमी का मास्टर माना जाता था, वो शुरुआत से ही अर्थशास्त्र में महारथ रखते थे. यही वजह है कि साल 1982 में उन्हें भारत के केंद्रीय बैंक रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया यानी आरबीआई की गवर्नर बनाया गया. इस पद पर मनमोहन सिंह 1985 तक रहे.
साल 2004 में वह भारत के प्रधानमंत्री बने फिर 2009 में उन्होंने पीएम के तौर पर दूसरे टर्म की शुरुआत की. इसके पहले 24 जुलाई, 1991 का दिन भारत की आर्थिक आजादी का दिन कहा जाता है. इस दिन पेश बजट ने भारत में नई उदार अर्थव्यवस्था की नींव रखी. डॉ. सिंह ने बजट में लाइसेंस राज को खत्म करते हुए, कंपनियों को कई तरह के प्रतिबंधों से मुक्त किया था. डॉ. मनमोहन सिंह की सुझाई नीतियों से देश में आर्थिक सुधार के दरवाजे खुले.
भारत आत्मकथा बॉलीवुड अभिनेता- सितम्बर 2007 बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता देव आनंद (दाएं) भारतीय प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के साथ नई दिल्ली में अपनी आत्मकथा 'रोमांसिंग विद लाइफ' के विमोचन के दौरान भारत 26 सितंबर 2007 को देव आनंद ने अपने 84वें जन्मदिन पर अपनी आत्मकथा का विमोचन किया.
जब मनमोहन सिंह जी के प्रधानमंत्री बनने की खबर उनके जन्मस्थान यानी कि पाकिस्तान के गाह गांव में पहुंची तो उनके बचपन के दोस्त, उनके जानने वाले लोग बहुत खुश हुए. इसके बाद साल 2008 में मनमोहन सिंह जी से मिलने उनके बचपन के दोस्त राजा मोहम्मद अली दिल्ली आए. वे अपने भतीजे के साथ पीएम से मिलने पहुंचे.
प्रधानमंत्री ने 12 जून, 2005 को पार्थपुर स्थित सियाचिन बेस कैंप का दौरा किया था. डॉ. मनमोहन सिंह ने बेस कैंप में सैनिकों को संबोधित किया. हिंदी में बोलते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि सियाचिन को शांति का प्रतीक बनाने का समय आ गया है.
मनमोहन सिंह की दुनिया में एक अलग ही छवि थी, तभी तो बराक ओबामा ने जून 2010 में कनाडा में हुए जी-20 सम्मेलन के दौरान डॉ. मनमोहन सिंह से मुलाकात के बाद कहा था, "जब मनमोहन सिंह बोलते हैं, तब पूरी दुनिया सुनती है."
आखिरी बार मनमोहन सिंह 7 अगस्त 2023 को संसद में पहुंचे थे. दिल्ली सेवा बिल को लेकर राज्यसभा में बहस चल रही थी. इस बिल के समर्थन में वोटिंग के लिए देश के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह व्हीलचेयर पर संसद में पहुंचे थे. मनमोहन सिंह लंबे समय से बीमार थे.
पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का पार्थिव शरीर दिल्ली के मोतीलाल नेहरू मार्ग पर उनके आवास पर रखा गया है. कल रात एम्स से उनके पार्थिव शरीर को यहां लाया गया. अब आज उनके पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा जहां खास लोगों के साथ-साथ आम लोग भी उन्हें श्रद्धांजलि दे सकेंगे. पूर्व पीएम का अंतिम संस्कार कल किया जा सकता है. इसकी औपचारिक घोषणा आज कांग्रेस की तरफ की जाएगी. पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा. पूर्व पीएम के निधन पर केंद्र सरकार ने सात दिनों के राष्ट्रीय शोक का ऐलान किया है. इस दौरान सभी सरकारी संस्थानों में तिरंगा आधा झुका रहेगा.
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