China hypersonic wind tunnel jf 22: चीन (China) ने दुनिया की सबसे शक्तिशाली हाइपरसोनिक विंड टनल (Hypersonic Wind Tunnel) का निर्माण पूरा कर लिया है. JF-22 नामक ये सुरंग प्रति सेकंड 10 किलोमीटर (6.2 मील) तक की उच्च वायु प्रवाह गति पैदा कर सकती है. कहा जा रहा है कि ऐसी खासियत वाली टनल अमेरिका के पास भी नहीं है.
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worlds most powerfull hypersonic wind tunnel: चीन ने दुनिया की सबसे पावरफुल विंड टनल बनाकर एकबार फिर से अपने तकनीकि कौशल का लोहा मनवाया है. बीजिंग की इस खास विंड टनल का नाम JF-22 है. इसका व्यास 13 फीट है जो प्रति सेकंड करीब 6.2 मील तक की उच्च वायु प्रवाह गति उत्पन्न कर सकती है. यह इसे 30 मैक तक की हाइपरसोनिक उड़ान स्थितियों का अनुकरण करने में सक्षम बनाती है, जो ध्वनि की रफ्तार से भी 30 गुना अधिक है.
इन कामों में होगा इस्तेमाल
साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक इसे बनाने वाले चीनी वैज्ञानिकों का दावा है कि 'JF-22 बीजिंग की सभी हाइपरसोनिक महत्वाकांक्षाओं को आगे बढ़ाने में अहम भूमिका निभाएगी. ये सुरंग चीन के स्पेस ट्रांसपोर्ट सिस्टम और हाइपरसोनिक विमानों के साथ-साथ सैन्य उद्देश्यों के लिए अनुसंधान और विकास प्रयासों का समर्थन करेगी.'
गौरतलब है कि चीनी सरकार ने 2035 तक हाइपरसोनिक विमानों के एक बेड़े को तैनात करने का महत्वाकांक्षी लक्ष्य निर्धारित किया है. जो यात्रियों को अंतरिक्ष में ले जाने और एक घंटे के भीतर पृथ्वी पर किसी भी बिंदु तक पहुंचने में सक्षम होगा.
अमेरिका से आगे निकला चीन?
कुछ और रिपोर्ट्स के मुताबिक 1960 और 1970 में नासा के एक रिसर्च सेंटर में स्पेस शटल और स्पेस लॉन्च सिस्टम का परीक्षण किया गया था. तब अमेरिकी सुरंग केवल 2 से 3.5 मैक की स्पीड तक ही पहुंच सकी थी. भविष्य में कम्प्यूटेशनल सॉफ्टवेयर और डिजिटल सिमुलेशन के जरिए कई परीक्षण किए गए पर बात यहां तक नहीं पहुंची थी.
नकली सूरज बना चुका है चीन
चीन कई मामलों में अमेरिका से आगे निकल चुका है. वो आर्टिफिशियल इंजीनियरिंग के अलावा स्पेस टेक्नालजी और अन्य संभावित क्षेत्रों में अमेरिका और यूरोप के देशों से काफी बढ़त बना चुका है.