China: UN की इस रिपोर्ट से सामने आ गया चीन का क्रूर चेहरा, दुनिया में उठी 'ड्रैगन' के खिलाफ कार्रवाई की मांग
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China: UN की इस रिपोर्ट से सामने आ गया चीन का क्रूर चेहरा, दुनिया में उठी 'ड्रैगन' के खिलाफ कार्रवाई की मांग

UN on Uighur Muslims: दुनिया में दादागिरी दिखाने वाला चीन अब घिरने लगा है. यूएन ने बुधवार को उसके खिलाफ एक रिपोर्ट जारी की है, जिसके बाद ड्रैगन के खिलाफ दुनियाभर में कार्रवाई की मांग तेज हो गई है. 

चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग (फाइल फोटो)

Uighur Muslims in Xinjiang China: दुनिया पर अपनी धौंस जमाने की कोशिश कर रहा चीन (China) अब मानवाधिकारों के मुद्दे पर घिरने लगा है. संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद ने अपनी हालिया रिपोर्ट में शिनजियांग में जारी चीन के एक्शन को मानवता के खिलाफ अपराध बताया है. गुरुवार को यूएन की यह रिपोर्ट सामने आते ही विदेश में छिपकर जीवन बिता रहे वीगर मुसलमानों की आंखों में आंसू आ गए. उन्होंने कहा कि यह रिपोर्ट तो महज एक शुरुआत है. उम्मीद है कि चीन को उसके किए की सजा भी दी जाएगी.   

संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट में दोषी पाया गया चीन

जिनेवा में निर्वासित जीवन बिता रही जुमरेत दावुत ने जब सुना कि संयुक्त राष्ट्र ने अपनी रिपोर्ट में शिनजियांग में मानवाधिकारों के उल्लंघन का दोषी पाया है, तो उनकी आंखों से आंसू छलक पड़े. वे बात करते हुए अतीत के उन दिनों में चले चले गए, जब चीन के अधिकारियों ने उनके परिवार समेत सैकड़ों वीगर मुसलमानों (Uighur Muslims) को हिरासत में रखा था. उस हिरासत में की गई मारपीट से उनके पिता की मौत हो गई थी. 

जुमरेत दावुत ने कहा, ‘मुझे लगता है कि अब न्याय हुआ है क्योंकि दुनिया में ऐसे लोग हैं जो दूसरों की सुध लेते हैं. मुझे लगता है कि जागरूकता फैलाने की हमारी कोशिशें आखिरकार रंग लाई. लेकिन अभी यह केवल एक शुरुआत है. विश्व समुदाय को इस बारे में अभी काफी कुछ करने की जरूरत है.’ 

शिनजियांग में चीन के जुल्मो-सितम की दास्तान

उन्होंने कहा, ‘यह रिपोर्ट महज शुरूआत भर है. जब तक शिनजियांग में चल रहे सभी हिरासत केंद्र बंद नहीं हो जाते, हमें चैन नहीं मिलेगा. ’ उन्होंने कहा, ‘हमें नतीजे चाहिए, हम कार्रवाई चाहते हैं. मैं जानना चाहती हूं कि संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट के बाद क्या होगा, उसके बाद हम क्या कर सकते हैं?’

बुधवार देर रात जारी रिपोर्ट में संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद ने कहा कि चीन (China) ने आतंकवाद और चरमपंथ रोधी अपनी नीतियों के तहत मानवाधिकारों का गंभीर हनन किया. रिपोर्ट में संयुक्त राष्ट्र, विश्व समुदाय और चीन से अपील की गई है कि वह वीगर मुसलमानों (Uighur Muslims) पर ज्यादतियों को बंद करवाए और उन्हें सम्मान के साथ जीने का मौका दे. 

वीगर मुस्लिमों पर कहर ढा रहा चीन

बताते चलें कि चीन (China) पिछले कई वर्षों से शिनजियांग प्रांत में वीगर मुसलमानों की पहचान खत्म करने के लिए अभियान चला रहा है. इस प्रांत में करीब 2 करोड़ मुस्लिम रहते हैं. चीन ने पिछले कुछ वर्षों में सुनियोजित तरीके से अभियान चलाकर उनकी मस्जिदें जमींदोज कर वहां पब्लिक टॉयलेट बना दिए हैं. वीगर मुस्लिमों को दाढ़ी रखने, सिर पर गोल टोपी पहनने और मोहम्मद नाम रखने पर बैन लगा दिया है.

यही नहीं, लाखों वीगर मुस्लिमों (Uighur Muslims) को हिरासत में लेकर उन्हें डिटेंशन सेंटर में रखा गया है. जहां पर उन्हें मुस्लिम परंपराएं छोड़ने और चीन के हान वंशियों की तरह नास्तिक बनने को मजबूर किया जा रहा है. विरोध करने पर वीगर मुस्लिमों को बुरी तरह टॉर्चर करना वहां पर आम बात है. इस टॉर्चर को न झेल पाने की वजह से वहां पर सैकड़ों लोग दम तोड़ चुके हैं, जबकि काफी लोग पागल हो गए हैं. 

(एजेंसी भाषा)

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