Pakistan News: हबीब बैंक लिमिटेड (HBL) ने आरोपों से इनकार करते हुए कहा है कि वह अमेरिकी अदालत में "पूरी तरह से और सख्ती से" आरोपों का मुकाबला कर रहा है.
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Habib Bank Limited: पाकिस्तान का सबसे बड़ा मल्टीनशनल प्राइवेट सेक्टर का बैंक हबीब बैंक लिमिटेड (HBL) संयुक्त राज्य अमेरिका (United States) में अल-कायदा (Al-Qaeda) की मदद कर आतंक के वित्तपोषण (Terror Financing) के आरोपों का सामना कर रहा है. मीडिया रिपोर्ट्स में ऐसा दावा किया गया है.
डॉन की रिपोर्ट में कहा गया कि वादी के अनुसार बैंक ने अल-कायदा के आतंकवाद को सहायता प्रदान की और उसे बढ़ावा दिया और 2010 और 2019 के बीच अफगानिस्तान में 370 लोगों को मारने या घायल करने वाले हमलों को शुरू करने की साजिश में शामिल हो गया. हालांकि, बैंक ने कहा कि वह अमेरिकी अदालत में "पूरी तरह से और सख्ती से" आरोपों का मुकाबला कर रहा है.
अदालत ने अपने आदेश में कही ये बात
28 सितंबर को जारी अपने आदेश में, न्यूयॉर्क की एक जिला अदालत ने कहा कि बैंक एक पार्टी के रूप में जस्टिस अगेंस्ट स्पॉन्सर ऑफ टेररिज्म एक्ट के तहत जवाबदेही का सामना करता है.
डॉन के मुताबिक आदेश में आगे कहा गया, ‘शिकायतों में आरोप लगाया गया है कि प्रतिवादी ने ग्राहकों को अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों से बचने में मदद करने के लिए जानबूझकर कदम उठाए, और ऐसा करने में व्यापार जोखिम उठाया जो अंततः प्रतिवादी के अमेरिका से निष्कासन का कारण बना. ये आरोप पर्याप्त हैं…”
द एक्सप्रेस ट्रिब्यून की एक अन्य रिपोर्ट के अनुसार, लगभग 370 व्यक्तिगत शिकायतकर्ताओं ने एचबीएल से मुआवजे की मांग की थी. बैंक के खिलाफ आरोपों की खबर लगते ही, गुरुवार को पाकिस्तान स्टॉक एक्सचेंज (PSX) में बैंक के शेयर की कीमत में बड़ी गिरावट दर्ज की गई.
रिपोर्टों के अनुसार, अदालत प्राथमिक जवाबदेही (Liability) दावों को खारिज करने के लिए सहमत हो गई थी, लेकिन बैंक के खिलाफ द्वितीयक जवाबदेही (जहां एक पक्ष दूसरे पक्ष के कार्यों के लिए कानूनी जिम्मेदारी लेता है) को खारिज करने से इनकार कर दिया.
क्या कहना है बैंक का?
गंभीर कानूनी आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए, एचबीएल ने गुरुवार को द एक्सप्रेस ट्रिब्यून से बात करते हुए कहा कि शिकायतों में आरोप "आधारहीन" है और बैंक उनका "पूरी तरह से और सख्ती से" मुकाबला कर रहा है.
एचबीएल ने बयान में कहा, "सार्वजनिक रिकॉर्ड स्पष्ट है कि एचबीएल आतंकवाद के वित्तपोषण का मुकाबला करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता में अटूट है.’
(इनपुट - ANI)
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