Security Crisis: पाकिस्तान में विदेशी राजनयिकों की जान को खतरा, पुलिस पर भरोसा नहीं; खुद किया ये इंतजाम
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Security Crisis: पाकिस्तान में विदेशी राजनयिकों की जान को खतरा, पुलिस पर भरोसा नहीं; खुद किया ये इंतजाम

Pakistan News: पाकिस्तान में क्या आम क्या खास, कोई भी सुरक्षित नहीं है. ऐसा इसलिए क्योंकि वहां मौजूद हाई सिक्योरिटी में रहने वाले विदेशी राजदूत तक अपनी सुरक्षा के लिए चिंतित हैं. कट्टरपंथियों के खतरे के बीच उन्हें इस्लामाबाद की पुलिस पर भरोसा नहीं है. इस वजह से अपनी जान बचाने के लिए खुद इंतजाम किए गए हैं.

Security Crisis: पाकिस्तान में विदेशी राजनयिकों की जान को खतरा, पुलिस पर भरोसा नहीं; खुद किया ये इंतजाम

Foreign embassy in pakistan​: पाकिस्तान की मौजूदा हालात को देखकर इस्लामाबाद में स्थित विदेशी दूतावास में तैनात राजदूत अपनी सुरक्षा को लेकर बेहद चिंतित हैं. हालात ये हैं कि कई दूतावासों ने पाकिस्तान से अपना ज्यादातर स्टाफ वापस बुला लिया है. वहीं कुछ देशों ने तो अपने दूतावास अनिश्चित काल के लिए बंद कर दिया है. लोगों को अपनी जान का खतरा इस कदर सता रहा है कि इस्लामाबाद स्थित ज्यादातर दूतावासों को पाकिस्तान की पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था पर यकीन नहीं है. ऐसे में अपने दूतावासों की सुरक्षा को मजबूत करने के साथ-साथ वहां मौजूद डिप्लोमेट्स को बुलेट प्रूफ कार मुहैया कराई जा रही है. 

स्वीडन ने लिया बड़ा फैसला

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक स्वीडन (Sweden)ने इस्लामाबाद में स्थित अपने दूतावास की सुरक्षा को मजबूत करने के लिए प्राइवेट सिक्योरिटी गार्डस को तैनात कर दिया है. स्वीडन एंबेसी (Sweden Embassy) ने अपने दूतावास के बाहरी दीवारों पर नये-नये सीसीटीवी कैमरे और कई तरीके के सर्विलांस सिस्टम लगाने शुरु कर दिये हैं. जिससे सुरक्षा व्यवस्था मजबूत की जा सके. गौरतलब है कि इसी साल अप्रैल महीने में सुरक्षा कारणों से स्वीडन ने पाकिस्तान स्थित अपने दूतावास को अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दिया था. स्वीडन दूतावास की वेबसाइट पर अपलोड किये गये नोटिस में कहा गया था कि इस्लामाबाद में मौजूद सुरक्षा स्थित की वजह से स्वीडन दूतावास बंद किया जा रहा है. दूतावास ने इसके साथ ही ये भी कहा था कि दूतावास बंद किये जाने की वजह से वह किसी भी तरह के वीजा से जुड़े अनुरोधों पर काम करने में सक्षम नहीं है. 

जिहादी गतिविधियां बढ़ने से डर का माहौल

जानकारों के मुताबिक पाकिस्तान में जिस तरह से जिहादी गतिविधियां बढ़ रही है, उससे भी इस्लामाबाद में विदेशी मिशन के स्टाफ डरे हुए हैं. इस साल 21 जनवरी को स्वीडन की राजधानी स्टॉकहोम में तुर्किये दूतावास के सामने एक धार्मिक किताब की प्रतियां जलाने की घटना के बाद पाकिस्तान समेत दुनिया भर के कई नेताओं ने स्वीडन सरकार की निंदा की थी. जानकारों के मुताबिक इस साल स्वीडन दूतावास को बंद किये जाने के पीछे ये भी एक वजह हो सकती थी.

डिप्लोमेटिक एन्क्लेव में शिफ्ट होगी एंबैसी

पाकिस्तान सरकार ने स्वीडन को भरोसा दिलाया है कि वो जल्द ही स्वीडन एंबेसी को इस्लामाबाद के डिप्लोमेटिक एन्क्लेव (Diplomatic Enclave) में शिफ्ट कर देगा. डिप्लोमेटिक एन्क्लेव पाकिस्तान का वो इलाका है जहां ज्यादातर देशों के दूतावास है और वहां आम लोगों के आने जाने पर प्रतिबंध है. डिप्लोमेटिक एन्क्लेव को पाकिस्तान का काफी सुरक्षित इलाका माना जाता है. डिप्लोमेटिक एन्क्लेव में शिफ्ट किये जाने में अभी थोड़ा वक्त है ऐसे में स्वीडन ने दूतावास की सुरक्षा को मजबूत करने का फैसला किया है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक स्वीडन ने बिना पाकिस्तान को पहले से सूचित किये बगैर सुरक्षा को तुरंत मजबूत करने का फैसला किया है.

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