Pakistan Politics: आंतरिक मंत्री राणा सनाउल्लाह ने कहा, ‘कानून विभाग की राय इस पर अंतिम [निर्णय] होगी, लेकिन मुझे लगता है कि आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम (इस मामले में) अधिक प्रासंगिक है.‘
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Pakistan News: पाकिस्तान के आंतरिक मंत्री राणा सनाउल्लाह ने बुधवार को संकेत दिया कि 'साइफर' विवाद ( 'Cypher' Controversy) के फिर से उभरने के बीच सरकार देश के गोपनीयता के कानूनों के उल्लंघन के लिए पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेगी.
साइफर मुद्दा पिछले साल खान द्वारा सत्ता से बेदखल होने के बाद किए गए दावे से जुड़ा है. उन्होंने दावा कि उन्हें अमेरिकी साजिश के तहत बाहर का रास्ता दिखाया गया था और उन्होंने अपने विरोधियों को परास्त करने के लिए एक राजनयिक केबल का हवाला दिया था.
विवाद तब फिर से उभर आया जब खान के प्रधान सचिव आजम खान, जो पिछले महीने से लापता थे, अचानक सामने आए और मजिस्ट्रेट के सामने बयान दर्ज कराया कि पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) प्रमुख ने उन्हें राजनीतिक उद्देश्यों के लिए गुप्त संचार का उपयोग करने के लिए कहा था.
‘हर कीमत पर दंडित किया जाना चाहिए’
गृह मंत्री सनाउल्लाह ने आजम खान के कबूलनामे पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि खान ने अपराध किया है जिसके लिए उन्हें ‘हर कीमत पर दंडित किया जाना चाहिए’. उन्होंने कहा, ‘किसी वर्गीकृत दस्तावेज़ या जानकारी का एक टुकड़ा सार्वजनिक करना और फिर उसे अपने कब्जे में लेना- कोई भी व्यक्ति कानूनी तौर पर इसे (साइफर) अपने कब्जे में रखने का पात्र नहीं है।‘
सनाउल्लाह ने कहा कि उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. आंतरिक मंत्री ने कहा, ‘कानून विभाग की राय इस पर अंतिम [निर्णय] होगी, लेकिन मुझे लगता है कि आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम (इस मामले में) अधिक प्रासंगिक है।‘
‘इस पर मुकदमा चलाया जाना चाहिए’
आंतरिक मंत्री ने कहा, ‘फिर भी, यह एक दंडनीय अपराध है- देश के विरुद्ध षड़यंत्र करना, किसी गुप्त दस्तावेज़ को उजागर करना और उसका उपयोग अपने हितों के लिए करना तथा देश के हित को क्षति पहुंचाना और फिर उसे चुराकर अपने कब्ज़े में लेना - यह आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम के तहत एक स्पष्ट अपराध है और इस पर मुकदमा चलाया जाना चाहिए.’ उन्होंने कहा, ‘इस पर सज़ा दी जानी चाहिए और [साइफ़र] बरामद किया जाना चाहिए.’ उन्होंने कहा कि पूर्व विदेश मंत्री शाह महमूद क़ुरैशी भी ‘इस अपराध में पूरी तरह से शामिल थे.’
इससे पहले, आजम खान ने अपने बयान में कबूल किया था कि पीटीआई प्रमुख ने कथित तौर पर उनसे कहा था कि ‘विपक्ष द्वारा एनसीएम [अविश्वास प्रस्ताव] में विदेशी भागीदारी की ओर आम जनता का ध्यान भटकाने के लिए साइफर का इस्तेमाल किया जा सकता है.’ बता दें पिछले साल इमरान खान को अविश्वास प्रस्ता के जरिए सत्ता से बेदखल कर दिया गया था.