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Santa Claus History: दिसंबर महीना आ चुका है और इसके साथ क्रिसमस का जादू भी हवा में फैलने लगा है. यह त्योहार दुनिया भर में बड़े धूमधाम से मनाया जाता है और इसके कई रीति-रिवाज हैं, लेकिन इस उत्सव का एक प्रसिद्ध प्रतीक हमेशा ही सबसे खास रहता है – खुशमिजाज और तोहफे देने वाले सांता क्लॉस. अब, करीब 1,700 साल बाद वैज्ञानिकों ने इस मशहूर और जानी-मानी शख्सियत के असली चेहरे का खुलासा किया है.
रिसर्चर्स ने संत निकोलस के खोपड़ी के आंकड़ों का यूज करके उनकी "फॉरेन्सिक रीक्रिएशन" (पुनर्निर्माण) किया और संत निकोलस का चेहरा पुनः आकारित किया है. संत निकोलस एक वास्तविक बिशप थे जिनसे इस प्रसिद्ध सांता क्लॉस का मिथक शुरू हुआ था.
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संत निकोलस का इतिहास और सांता क्लॉस का उदय
संत निकोलस एक क्रिश्चियन संत थे जो तोहफे देने के लिए मशहूर थे और उन्होंने डच लोककथा के संत निकोलस (Sinterklaas) को प्रेरित किया था. समय के साथ यह पात्र अंग्रेजी फादर क्रिसमस (Father Christmas) के साथ मिलकर आज के सांता क्लॉस के रूप में बदल गया. हालांकि संत निकोलस की कोई सटीक शारीरिक रूपरेखा अब तक नहीं थी, लेकिन अब वैज्ञानिकों ने उसका चेहरा पुनर्निर्मित किया है.
संत निकोलस का चेहरा: एक मजबूत और कोमल व्यक्तित्व
शोध के प्रमुख लेखक सिसेरो मोरेस ने मिरर से बात करते हुए संत निकोलस के चेहरे को मजबूत और कोमल बताया और कहा कि उनका चेहरा 1823 की कविता “A Visit from St Nicholas” से मेल खाता है. यह कविता वही है जिसे हम "Twas The Night Before Christmas" के नाम से जानते हैं. उन्होंने कहा, "खोपड़ी का आकार बहुत मजबूत है, जिससे चेहरे की विशेषताएं भी मजबूत दिखती हैं. इसका माप सामान्य से बड़ा था और इस प्रकार चेहरा चौड़ा हुआ, जो 1823 की कविता से मेल खाता है. इस विशेषता के साथ घनी दाढ़ी भी है, जो उस छवि से मेल खाती है जो हम सांता क्लॉस के बारे में सोचते हैं."
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कैसे किया गया चेहरा पुनर्निर्मित?
टीम ने 1950 में लुइगी मार्टिनो द्वारा एकत्रित किए गए आंकड़ों का उपयोग किया. मोरेस ने बताया, "हमने पहले इस डेटा से 3D में खोपड़ी का पुनर्निर्माण किया. फिर, हमने चेहरे की प्रोफाइल को एनलेटिक्स आंकड़ों से जोड़ा.इसके बाद, एंटोमिकल डिफॉर्मेशन तकनीक का उपयोग किया, जिसमें एक जीवित व्यक्ति के सिर के टॉपोग्राफी को इस तरह से समायोजित किया गया कि वर्चुअल डोनर की खोपड़ी संत निकोलस की खोपड़ी से मेल खाती हो."