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Hangover After Every Meal: अमेरिका में रहने वाले मैथ्यू हॉग को एक अजीबोगरीब बीमारी है, जिसका नाम ऑटो ब्रेवरी सिंड्रोम या गट फर्मेंटेशन सिंड्रोम है. इस बीमारी की वजह से बिना शराब पीए भी उनको हमेशा नशा रहता है. जैसे ही वह कुछ खाते हैं, तुरंत उनके शरीर में नशा होने लगता है. मैथ्यू पिछले 25 सालों से इस बीमारी से लड़ रहे हैं. उन्हें पता ही नहीं था कि उन्हें यह बीमारी है. कुछ साल पहले मेक्सिको के एक अस्पताल में जांच करवाने के बाद पता चला. इन जांचों में उनका लगभग 6.5 लाख रुपये खर्च हुआ, जिससे उन्हें इस बीमारी के बारे में पता चला.
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पेट में खाना जाते ही होने लगता है नशा
मैथ्यू की बीमारी ने उनके जीवन को बहुत प्रभावित किया है, जिससे उनके काम और निजी जीवन में कई समस्याएं आई हैं. जब उन्हें पता चला कि उन्हें यह बीमारी है, तो उन्होंने अपने खाने-पीने का ध्यान रखना शुरू किया, क्योंकि इस बीमारी का इलाज नहीं है, लेकिन खाने से इसे काफी नियंत्रित किया जा सकता है. इसके बावजूद मैथ्यू कुछ घंटे काम करके अपना जीवन चलाते हैं और ऑनलाइन लोगों को ऑटो ब्रेवरी सिंड्रोम के बारे में बताते हैं.
आखिर किस वजह से होता है ऐसा
ऑटो ब्रेवरी सिंड्रोम एक बहुत ही कम देखने को मिलने वाली बीमारी है, जिसमें पेट में कुछ ऐसे बैक्टीरिया और यीस्ट बढ़ जाते हैं, जो चीनी और कार्बोहाइड्रेट को शराब में बदल देते हैं. इस वजह से शरीर में शराब बनने लगती है, जिससे व्यक्ति को नशे जैसा महसूस होता है. लेकिन हर चीज खाने से ऐसा नहीं होता. मैथ्यू को जब भी चीनी, कार्बोहाइड्रेट या मक्खन वाला खाना खाते हैं, तो उन्हें नशे के जैसे लक्षण महसूस होते हैं. क्योंकि इन चीजों को खाने से उनके शरीर में शराब बन जाती है.
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कैसे खुद के जीवन को संभाल रहा?
मैथ्यू ने अपने खाने-पीने पर ध्यान देकर इस बीमारी के प्रभाव को कम किया है, लेकिन बहुत से लोगों को इस बीमारी के कारण सामान्य जीवन जीना मुश्किल हो जाता है, क्योंकि उन्हें हमेशा नशे जैसा महसूस होता है. ऑटो ब्रेवरी सिंड्रोम से पीड़ित लोगों को शुरुआत में नशे के सामान्य लक्षण नहीं दिखते, बल्कि उन्हें दिमाग से जुड़ी समस्याएं जैसे संतुलन खोना और मन बदलना जैसी परेशानियां हो सकती हैं. यह बीमारी उन लोगों को ज्यादा होती है, जिनको पहले से ही पेट या आंत में कोई समस्या है, जैसे गैस्ट्रोपैरेसिस, मधुमेह या लीवर की खराबी जैसे MASLD या MASH.