बच्चे को हाथ से खिलाया खाना तो होगी जेल, कलेजे के टुकड़े को नहीं देख पाएंगे 18 साल तक
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बच्चे को हाथ से खिलाया खाना तो होगी जेल, कलेजे के टुकड़े को नहीं देख पाएंगे 18 साल तक

Indian couple child custody case: हमारे देश में जब कोई बच्चा पैदा होता है तो उसे सारे रिश्तेदार दुलारते और प्यार करते हैं. लेकिन अन्य देशों में ऐसा नहीं है. नॉरवे की बात करें तो वहां बच्चों को लेकर कठोर नियम हैं.

बच्चे को हाथ से खिलाया खाना तो होगी जेल, कलेजे के टुकड़े को नहीं देख पाएंगे 18 साल तक

Indian couple child custody case: हमारे देश में जब कोई बच्चा पैदा होता है तो उसे सारे रिश्तेदार दुलारते और प्यार करते हैं. लेकिन अन्य देशों में ऐसा नहीं है. नॉरवे की बात करें तो वहां बच्चों को लेकर कठोर नियम हैं. भारत की तरह नॉरवे में माता-पिता बच्चे को हाथ से खाना नहीं खिला सकते. बच्चों को इस देश में चम्मच से ही खाना खिलाने का निर्देश है. आइये आपको बताते हैं नॉरवे के बच्चों से जुड़े अजीब नियम के बारे में.

नॉरवे में एक भारतीय कपल को इन नियमों को न फॉलो करने पर काफी मुश्किल उठानी पड़ी थी. कपल ने गलती यह की थी कि बच्चों को हाथ से खाना खिला दिया था. इतना ही नहीं नॉरवे में बच्चों को अपने साथ बिस्तर पर सुलाना भी गुनाह है. भारतीय कपल ने बच्चों को अपने साथ सुलाया भी था. जिसके बाद नॉरवे प्रशासन ने इस कपल से उनके दोनों बच्चों को छीन लिया.

इस वाकये को 10 साल हो गए लेकिन कपल के लिए वो यादें आज भी ताजा हैं. इस घटना के बारे में पूरी दुनिया में चर्चा हुई थी. लंबी कानूनी लड़ाई के बाद भारतीय मां-बाप अपने बच्चों को दोबारा हासिल कर सके थे. इस वाकये पर फिल्म भी बनी रही है. इस फिल्म में रानी मुखर्जी बच्चों की मां का किरदान निभा रही हैं. इस फिल्म का टीजर भी जारी हो चुका है.

बता दें कि 2011 में अनुरूप भट्टाचार्य और उनकी पत्नी सगारिका के साथ ये घटना हुई थी. उनके तीन साल के बेटे और एक साल की बेटी को नॉरवे सरकार ने नियमों के उल्लंघन में अपनी कस्टडी में ले लिया था.

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