UPSC Success Story: आज हम आपको ऐसे सगे भाई-बहनों की जोड़ी के बारे में बताएंगे, जिन्होंने एक साथ यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी की और एक साथ देश की इस सबसे कठिन परीक्षा को क्रैक भी कर डाला.
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UPSC Success Story: आप कितने ऐसे सगे भाई-बहनों को जानते हैं, जिन्होंने एक साथ एक ही जगह पर रहकर यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी की और एक साथ इस परीक्षा को पास कर आईएएस व आईपीएस ऑफिसर बन गए? अगर आप ऐसे भाई-बहनों को नहीं जानते, तो कोई नहीं. आज हम आपको ऐसे भाई-बहनों की तीन जोड़ियों से मिलाएंगे, जिन्होंने एक साथ यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी की और एक साथ यह परीक्षा पास भी कर डाली.
सिमरन और सृष्टि (आगरा, उत्तर प्रदेश)
सबसे पहले मिलते हैं उत्तर प्रदेश के आगरा जिले की रहने वाली दो बहनें सिमरन और सृष्टि से, जिन्होंने एक साथ यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2020 क्रैक कर डाली थी, जिसमें बड़ी बहन सिमरन ने 474वीं और छोटी बहन सृष्टि ने 373वीं रैंक हासिल की थी. दोनों बहनों के मां-बाप को अपने बच्चों पर बहुत गर्व है. बता दें कि सिमरन ने दूसरे प्रयास में तो सृष्टि ने पहले प्रयास में ही यह परीक्षा पास कर ली थी.
पंकज कुमावत और अमित कुमावत (झुंझुनूं, राजस्थान)
आइये अब मिलते हैं दो कुमावत भाई पंकज कुमावत और अमित कुमावत से, जिन्होंने साल 2019 में एक साथ यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा पास की और तो और रैंक भी आगे-पीछे ही लेकर आए. पंकज कुमावत नें इस परीक्षा में 423वीं, तो अमित कुमावत ने परीक्षा में 424वीं रैंक हासिल की थी. बता दें कि दोनों सगे भाई राजस्थान के झुंझुनूं जिले के रहने वाले हैं. इनके पिता दर्जी का काम किया करते थे और उसी काम से होने वाली आमदनी से उन्होंने अपने दोनों बेटों को पढ़ाया है. बता दें कि दोनों भाइयों ने यह परीक्षा बिना किसी कोचिंग के ही क्रैक की है. इसके अलावा बता दें कि दोनों भाई साल 2018 में भी सिविल सेवा परीक्षा में शामिल हुए थे, जहां पंकज कुमावत को 443वीं, जबकि अमित कुमावत को 600वीं रैंक हासिल हुई थी. इसके बाद दोनों ने दोबारा परीक्षा देने का फैसला किया और अंत में क्रमश: 423वीं और 424वीं रैंक हासिल की.
अंजली मीणा और अनामिका मीणा (दौसा, राजस्थान)
अब बात करते हैं राजस्थान के ही दौसा जिले की रहने वाली दो सगी बहनें अंजली मीणा और अनामिका मीणा की, जिन्होंने एक साथ देश की सबसे कठिन परीक्षा की तैयारी की और इस परीक्षा को क्रैक भी कर डाला. साल 2019 में इन दोनों बहनों ने यह परीक्षा दी थी, जिसमें अनामिका को 116वीं रैंक, जबकि अंजली को 494 रैंक हासिल हुई थी. बता दें कि इनके पिता रमेश चंद्र मीणा तमिलनाडु कैडर के एक आईएएस ऑफिसर हैं.