केंद्रीय कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि, हमें समस्याओं को बातचीत से हल करना चाहिए। हम पांचवे दौर की वार्ता के लिए तैयार है। हम MSP, पराली, चाहे FIR, चाहे क्रॉप डायवर्सिफिकेशन का हो। ऐसे सभी मुद्दों पर हम बातचीत के लिए तैयार है। सबको शांति के बाद समाधन ढूढने की जरूरत हैं।