Taal Thok Ke: 2024 चुनाव की तारीखों का काउंटडाउन बस शुरू हो गया है और इस काउंटडाउन से पहले बीजेपी ने अपने स्पेशल 195 यानि 195 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर दी. लेकिन विपक्ष में अभी सीट बंटवारे पर इतनी तेजी नजर नहीं आ रही है. NDA से मोदी अगुवाई करेंगे, दूसरी तरफ़ 24 के चुनाव में विपक्ष का नेता कौन होगा उसका भी अभी तक कोई पता नहीं. लेकिन इतना जरूर है कि जो गठबंधन अब तक सूखता दिख रहा था उसमें नई कोपलों ने जन्म ले लिया है. इसका जीता जागता उदाहरण आज पटना में महागठबंधन की महारैली में दिखा. हालांकि गठबंधन के बाद ये विपक्ष की पहली ही महारैली है. जिसका नाम रखा गया जनविश्वास महारैली, इस महारैली में कांग्रेस से राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे थे. समाजवादी पार्टी से अखिलेश यादव तो खुद रैली आयोजित करने वाले लालू प्रसाद यादव के साथ उनके दोनों बेटे तेजस्वी और तेजप्रताप यादव भी मौजूद थे. तो दूसरे भी कई दलों के नेता मौजूद थे. रैली में पूरा जोर पीएम मोदी समेत बीजेपी पर हमले का दिखा. रैली में लंबे समय के बाद लालू प्रसाद यादव बोले तो उनके निशाने पर मोदी के परिवारवाद वाले आरोप थे. उन्होंने कहा कि मोदी को परिवारवाद से दिक्कत क्यों और अबकी बिहार नहीं दिल्ली पर कब्जा करेंगे और अगर बिहार में आने का सोचा भी तो धक्का लगेगा तो तेजस्वी यादव ने चाचा नीतीश कुमार पर पलटने वाला हमले के सहारे बीजेपी पर भी वार किया. तेजस्वी ने बीजेपी पर वॉशिंग मशीन के बाद अब डस्टबिन पार्टी वाला भी आरोप मढ़ दिया. कहा लालू यादव ने रेलवे को फायदा दिलवाया, लेकिन मोदी दोस्तों को फायदा पहुंचाते हैं. राहुल गांधी ने एक बार फिर मोहब्बत की दुकान का दंभ भरा औऱ कहा मोदीजी देश में नफरत फैलाते हैं. तो अखिलेश यादव के निशाने पर यूपी और बिहार की 120 सीटें थीं. उन्होंने कहा 120 हराओ, बीजेपी हटाओ. अब सवाल ये उठता है कि आज रैली में जितना जोश और हुंकार दिखी उतना उत्साह गठबंधन की तैयारियां में कब दिखेगा. क्योंकि दूसरी तरफ NDA गठबंधन चुनावी डगर पर तेजी से भाग रहा है. पीएम मोदी ने तो अब तक कई राज्यों में रैली भी कर डाली जिसका करीब 400 सीटों पर असर पड़ सकता है. जबकि गठबंधन की अभी पहली महारैली पटना में हुई है. सवाल फिर वही है कि एक तरफ मोदी हैं तो दूसरी तरफ नेता कहां है और सबसे बड़ा सवाल ये भी है कि जंग गठबंधन की तरफ से चुनाव जीतने की है या फिर मोदी को 400 से कम पर रोकने की.