तीन राज्यों में जीत के बाद बीजेपी की खुशी के ठिकाने नहीं है। इन नतीजों पर एक चौथाई खुशी कांग्रेस और उसके INDI अलायंस में भी है। इसलिये नहीं कि तेलंगाना जीत गये। बल्कि इसलिये भी, कि दक्षिण में बीजेपी की कहीं सरकार नहीं बची। नतीजों को सब अपने तरीके से डिफ़ाइन कर रहे हैं, और इसी में एक नया विवाद खड़ा हो गया है। DMK सांसद सेंथिल कुमार कल लोकसभा में बीजेपी को सिर्फ़ उत्तर भारत की पार्टी बता रहे थे। बता रहे थे कि साउथ यानी दक्षिण में आपकी कोई वैल्यू नहीं है। लेकिन बोलने की इसी धुन में उन्होंने हिंदी बेल्ट या काऊ बेल्ट के लिये एक शब्द इस्तेमाल किया- ''गौमूत्र प्रदेश''। बस यहीं से विवाद खड़ा हो गया। बीजेपी ने संसद में कड़ी आपत्ति जताई। कांग्रेस के एक सांसद ने भी इसे ग़लत बताया। DMK ने भी कहा कि ऐसा नहीं बोलना था। आज सेंथिल कुमार ने संसद के अंदर और बाहर माफ़ी मांग ली। लेकिन चैप्टर क्लोज़ नहीं हुआ है। बीजेपी ने आरोप लगाया कि गौमूत्र प्रदेश वाला बयान जानबूझकर दिया गया। ये ना सिर्फ़ सनातन का फिर से अपमान करने का तरीका है. जैसे कि DMK के नेताओं ने पहले सनातन को डेंगू, मलेरिया और एड्स बताकर किया था, बल्कि इस बयान से देश को उत्तर-दक्षिण में बांटने वाले नैरेटिव को आगे बढ़ाने की साज़िश की गई है। बीजेपी ने आरोप लगाया है कि ये सब कांग्रेस का विभाजनकारी एजेंडा है। उसी के इशारे पर INDI अलायंस के नेता बैक-टू-बैक ऐसे बयान दे रहे हैं। जिसे लेकर Zee न्यूज़ के खास शो ताल ठोक के में बहस शुरू हो गई.