चुनाव के बाद भी पश्चिम बंगाल सियासत की धुरी बना हुआ है. इसकी वजह, बंगाल की राजनीति का रक्तचरित्र है. दरअसल चुनाव बाद भी बंगाल में हिंसा की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही है. बीजेपी का आरोप है कि उनकी पार्टी के नेता और कार्यकर्ताओं को टारगेट किया जा रहा है और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी मूकदर्शक बने हुए हैं. बीजेपी ने हिंसा बाद हिंसा की जांच के लिए 4 सदस्यीय फैक्ट-फाइंडिंग कमेटी बनाई है. कमेटी के सदस्यों ने बंगाल का दौरा कर हिंसा पीड़ितों से बात की है. उत्तर 24 परगना के अमताला पार्टी ऑफिस में पीड़ितों की आपबीती सुनी.