प्रदूषण की दुहाई देकर कुछ लोग दिवाली पर ज्ञान बांट रहे थे. लेकिन दिवाली के अगले दिन की सुबह ने ऐसे लोगों की आंखें खोल दी हैं जो लोग दावा कर रहे थे कि दिवाली के प्रदूषण से दम फुला देगा. ऐसे लोग भी खुली हवा में सांस ले रहे हैं. दिल्ली से लेकर मुंबई तक आसमान साफ है. जो ताजमहल कल तक धुंध में गायब हो जाता था. वो साफ दिखाई दे रहा है. दिवाली से एक दिन पहले तक अक्षरधाम मंदिर धुंध में गायब होता था. वो भी बिल्कुल साफ नज़र आ रहा है. ना धुंध नज़र आ रही है. ना सांसों में जलन और सीने में चुभन हो रही है. अलबत्ता इन तस्वीरों को देखकर हिंदू विरोध का एजेंडा चलाने वालों के सीने में जलन ज़रूर होगी. आखिर क्यों हिंदू त्योहार पर ही एजेंडा चलाया जाता है.