मालदीव ने अपने पैरों पर कुल्हाड़ी मार ली है. वो मालदीव जिसकी अर्थव्यवस्था का बड़ा हिस्सा भारतीयों की बदौलत चलता है. जिस पर सालों साल भारत ने कई बार बड़े उपकार किए हैं. उसे भारत का अपमान करना भारी पड़ गया. मालदीव के मंत्रियों के दिए विवादित बयान के बाद दोनों देशों के बीच तनातनी बढ़ी और मालदीव की मोइज्जू सरकार बैकफुट पर आ गई. और अब इसमें बड़ी खबर ये कि मालदीव में भारतीय उच्चायुक्त को जो समन की बात सामने आ रही थी वो सही नहीं है. भारतीय उच्चायुक्त आज पहले से तय कार्यक्रम के तहत मुलाकात करने विदेश मंत्रालय पहुंचे थे. और भारत- मालदीव के बीच द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा हुईं. वहीं दूसरी तरफ अगर भारत की बात की जाए तो भारत ने आज मालदीव के उच्चायुक्त को तलब किया था और वो इस मामले पर सफाई देने विदेश मंत्रालय पहुंचे थे.