इन 31 वर्षों में राम, राम मंदिर और राम नीति ने देश की धुरी बदल दी। ...राजनीति बदल दी, सरकारों का एजेंडा, वोटरों का मन, वोटिंग पैटर्न बदल दिया। लंबी क़ानूनी लड़ाई के बाद मंदिर वहीं बनाएंगे का सपना पूरा हुआ। ...प्रधानमंत्री ने नींव रखी...मंदिर निर्माण प्रारंभ हुआ। ..और रामलला के विराजमान होने की तारीख भी आ गई है...22 जनवरी 2024.. अब सवाल है आगे क्या?..इसका श्रेय किसे मिलेगा?