Taal Thok Ke: ज्ञानवापी केस में चार लेवल पर अदालतें एक्टिव हैं। अदालतों के बाहर भी हलचल बढ़ी है। आज जुमा है, तो इंतज़ामिया कमेटी ने काशी से मुसलमानों से कहा कि भले ही काम-धाम बंद रखें, लेकिन जुमे की नमाज़ में बड़ी तादाद में आए। काशी में ही ढाई सौ संतों की बड़ी बैठक हो रही है। संतों ने कहा कि मुसमलानों को अब मान लेना चाहिए कि ज्ञानवापी मंदिर ही है, जबरन की ज़िद छोड़कर पूरा परिसर हिंदुओं को दे देना चाहिए। लेकिन इस विवाद में आज ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने अपनी एंट्री दर्ज कराई। कोर्ट के फ़ैसलों पर निराशा ही नहीं जताई, बल्कि अदालतों की नीयत पर सवाल भी उठाए। आरोप लगाये कि अदालतों ने बाबरी केस में भी आस्था के आधार पर फ़ैसला लिया था, और ज्ञानवापी में भी वो यही करने जा रही हैं। सुप्रीम कोर्ट जाने की बात कही। लेकिन फिर ये भी कह दिया कि कोर्ट पर उसका भरोसा बचा नहीं है।