खुद को किसान कह रहे कुछ आंदोलनजीवियों की, जो हंगामे पर उतारू हैं। ये हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि कई बैठकों के बाद भी किसान, सरकार के किसी भी ऑफर पर राज़ी नहीं हुए हैँ। जिन 13 मांगों की लंबी चौड़ी लिस्ट किसान नेताओं ने तैयार की है, उसको लेकर वो अड़े हुए हैं। अब उन सारी मांगों में से कितनी मुमकिन है कितनी नहीं, इसको लेकर किसान नेता, कोई बात नहीं करना चाहते हैं। केंद्र सरकार ने अपने 3 मंत्रियों के जरिए किसानों को ये समझाने की कोशिश की, कि सभी फसलों पर MSP गारंटी नहीं दी जा सकती है। लेकिन इस बात पर किसान नेता राज़ी नहीं हैं।