आज अगर आपने भी लोक सभा की कार्यवाही देखी होगी तो आपने भी महसूस किया होगा कि अविश्वास प्रस्ताव तो मणिपुर के मुद्दे पर पेश किया गया था. मणिपुर पर चर्चा भी हुई लेकिन इस चर्चा के बहाने विपक्ष का फोकस मोदी सरकार को घेरने पर रहा. जबकि सत्ता पक्ष ने पूरी ताक़त विपक्षी गठबंधन और गांधी परिवार पर निशाना साधने में झोंक दी. यानी कुल मिलाकर मणिपुर के मुद्दे पर चर्चा से ज़्यादा सियासत देखने को मिली और यही मौजूदा सियासत की सच्चाई है, जो मणिपुर जैसी मानवीय आपदा में भी अपने लिए अवसर ढूंढ लेती है.