इजरायल-ईरान के बीच युद्ध का असर चाबहार बंदरगाह पर भी पड़ेगा, चाबहार विदेश में भारत का पहला बंदरगाह है। लंबे गतिरोध के बाद इस बंदरगाह को लेकर भारत और ईरान के बीच समझौता हो गया है। चाबहार के रास्ते भारत यूरोपीय देशों और मध्य एशिया तक अपने सामान को जल्द से जल्द पहुंचा सकता है। लेकिन युद्ध की स्थिति में भारत को मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। इस समय आधिकारिक तौर पर ईरान के पास परमाणु बम नहीं है, लेकिन इजरायल और अमेरिका मानते हैं कि ईरान ने एटमी ताकत हासिल कर ली है। ऐसे में अगर इजरायल की कोई मिसाइल ईरान की न्यूक्लियर फैसिलिटी पर गिर जाती है तो भारी नुकसान हो सकता है।