लोगों के पास दिवाली पर पटाखों का सिर्फ एक ही Option बचता है...और वो Option है ग्रीन पटाखें...दिल्ली वालों के पास तो ये Option भी नहीं है...आप अगर मार्केट पटाखे खरीदने गए होंगे, तो आपको पटाखे पहले के मुकाबले महंगे मिले होंगे...और आपने जब महंगा होने का कारण पूछा होगा तो दुकानदार ने यही कहा होगा कि ये ग्रीन पटाखे है. इसीलिए इनका दाम ज्यादा है. ..लेकिन ये ग्रीन पटाखे होते क्या है ? और नॉर्मल पटाखों से ग्रीन पटाखे कैसे अलग होते है?