अब बात धर्म पर हो रही सियासत की. हिंदू मंदिरों में साई की मूर्ति हटाने का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. क्योंकि एक तरफ हिंदूवादी संगठन साईं की मूर्तियों को हटा रहे हैं. तो वहीं दूसरी तरफ साईं के भक्तों ने इस मामले पर बनारस में बैठक की. और फैसला लिया है कि पुलिस से शिकायत करेंगे. तो वहीं दूसरी तरफ शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने मंदिर में साई की मूर्ति को प्रसाद में मिलावट जैसा बताया है. तो क्या शंकराचार्य की एंट्री से हिंदू संगठनों का अभियान और तेज होगा या प्रशासन इंटरफेयर करेगा.