Mental and Physical Health: अक्सर ऐसा होता है कि इस भाग- दौड़ भरी जीवन में खुद के लिए समय नहीं निकाल पाते हैं. खुद को ज्यादा प्रोडक्टिव बनाने के लिए काम में उलझे रहते हैं और अपने मानसिक सेहत का ध्यान नहीं रखते हैं. ऐसे में शरीर पर इसका गलत असर पड़ता है. इस सिचुएशन में शरीर में नए डेवलप होने लगते हैं जो सेहत पर खराब असर डालते हैं.
Trending Photos
Mental Health Tips: भागम-भाग भरी इस दुनिया में हम अक्सर जरूरी ब्रेक को ही भूल जाते हैं. काम का बोझ, जिम्मेदारियां, इतनी अधिक होती हैं कि ये 24 घंटा का समय भी कम लगने लगता है. ऐसे में ब्रेक लेने के बारे में सोच भी नहीं पाते हैं. पर सच तो ये है कि ब्रेक लेना उतना ही जरूरी है जितना की सांस लेना होता है. ये थकान से राहत दिलाता है, क्रिएटीविटी बढ़ाता है, और जीवन को तनाव मुक्त बनाता है. इसलिए स्वस्थ रहने के लिए ये जरूरी है कि सही समय पर ब्रेक लेना सीखें.
लेकिन ये तो वो आइडियलिस्टिक बातें हो गईं जो डॉक्टर्स फॉलो करने के लिए कहते हैं. वास्तव में बहुत कम लोग होते हैं जो इन नियमों का पालन कर पाते हैं. जिसके वजह से पर्सनालिटी में कई नकारात्मक बदलाव होते हैं जो लाइफ की हैप्पिनेस और क्रिएटिविटी पर ब्रेक लगा देते हैं. ऐसे में सामान्य होने के लिए एक लंबे ब्रेक की जरूरत होती है. आइये इस आर्टिकल में जानते हैं कि खुद में कौन से लक्षण दिखने लगे तो लंबे ब्रेक की सख्त जरूरत होती है? ध्यान रखें, अगर ये संकेत खुद में दिखते हैं तो नजरआंदाज न करें.
फोकस करने में दिक्कत होना
जब किसी काम पर पूरी तरह से ध्यान केंद्रित करना मुश्किल हो जाए, ज़रूरी फैसले लेने में दिक्कत आए, या भूलने की बीमारी लग जाए, तो ये पर्याप्त संकेत है कि आपके दिमाग को ब्रेक की जरूरत है. डेली लाइफ में योग को शामिल करें. इससे दिमाग शांत रहेगा और फोकस करने में मदद मिलेगी.
भावनात्मक उतार-चढ़ाव
काम करते वक्त चिड़चिड़ापन, गुस्सा या हताशा महसूस होता है. खुद के फीलिंग्स पर कंट्रोल नहीं हो पाता है किसी के सामने आसानी से इमोशनल हो जाना, छोटे बातों पर भी आंखों से आंसू आ जाना. ऐसे में जरूरी है कि चीजें और ज्यादा बिगड़ें उससे पहले ब्रेक लेकर खुद पर काम करें और खुद को संभालें. ऐसे सिचुएशन में अपने अच्छे दोस्तों से मिलें जो आपकी इमोशन आपके गोल की कद्र करते हो और आपके उज्जवल भविष्य के लिए मोटीवेट करते हों.
हर बात पर गुस्सा आना
छोटी-छोटी बातों पर गुस्सा आना परेशान होना इस बात का संकेत है कि आपको एक ब्रेक की सख्त जरूरत है. इसके लिए जरूरी है कि अपनी प्रीआरीटीज में मानसिक और शारीरिक सेहत को जरूर रखें. संभव हो तो अपने काम से दूरी बनाएं, खुद के साथ समय बिताएं, अपना मूल्यांकन करें. योग को अपने जीवन में शामिल करें.
शरीर में कमजोरी होना
अक्सर ऐसा होता है कि शरीर में कम एनर्जी महसूस होता है. वैसे तो कभी-कभी ऐसा होना बहुत आम है, लेकिन जब ये लाइफस्टाइल का हिस्सा बन जाता है इसका मतलब ये गंभीर समस्या है. अगर एनर्जी के लिए कॉफी या चाय पीने की जरूरत पड़ती है, साथ ही आँखों में भारीपन, सिरदर्द, बदन दर्द, इमोशनली और मेंटली थका हुआ महसूस करते हैं. इसका मतलब कि ये पर्याप्त संकेत हैं कि आपको एक ब्रेक की जरूरत है.
डीमोटिवेटेड महसूस होना
नॉर्मली यंग एज में व्यक्ति अपने सपनों को पूरा करने के लिए हर मुमकिन प्रयास करने के लिए तैयार रहता है. लेकिन जब जीवन में ऐसे स्टेज पर आ जाएं कि छोटे-छोटे से काम को करने का मन न करे, आसान काम को करने के लिए भी मोटिवेशन की जरूरत पड़े, हर काम को पूरा करने में मुश्किलों का सामना करना पड़े. इसका मतलब कि ये पर्याप्त संकेत हैं कि आपको एक ब्रेक की जरूरत है.
(Disclaimer. प्रिय पाठक, यहां बताई गई चीजें सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरुर लें. Zee news इसकी पुष्टि नहीं करता है.)