Vaishno Devi Ropeway: वैष्णो देवी रोपवे के काम में क्यों आ रही अड़चन, बोर्ड के CEO फिर मिले लोग, जानें अपडेट
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Vaishno Devi Ropeway: वैष्णो देवी रोपवे के काम में क्यों आ रही अड़चन, बोर्ड के CEO फिर मिले लोग, जानें अपडेट

Vaishno Devi Ropeway News: लोगों के एक प्रतिनिधिमण्डल ने जम्मू कश्मीर के रियासी जिले में स्थित माता वैष्णो देवी मंदिर तक यात्री रोपवे के शीघ्र निर्माण की वकालत की है. एक अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी.

Vaishno Devi Ropeway: वैष्णो देवी रोपवे के काम में क्यों आ रही अड़चन, बोर्ड के CEO फिर मिले लोग, जानें अपडेट

Vaishno Devi Ropeway News: लोगों के एक प्रतिनिधिमण्डल ने जम्मू कश्मीर के रियासी जिले में स्थित माता वैष्णो देवी मंदिर तक यात्री रोपवे के शीघ्र निर्माण की वकालत की है. एक अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी. अधिकारी ने बताया कि कटरा ब्लॉक विकास परिषद (बीडीसी) के पूर्व अध्यक्ष शाम लाल के नेतृत्व में पंचायत हट, अकली भूटान, ग्रान और अघार जित्तो के प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने इस मामले के संबंध में श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड (एसएमवीडीएसबी) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी से मुलाकात की.

बोर्ड ने कटरा बेस कैंप में ताराकोट मार्ग से मंदिर के निकट सांझीछत तक 250 करोड़ रुपये की लागत से रोपवे के निर्माण को मंजूरी दी है. जिसका उद्देश्य बुजुर्ग, विकलांग और बीमार तीर्थयात्रियों को सुविधा प्रदान करना है. इस परियोजना का अनुबंध होने के बाद तीन साल में पूरा होने की संभावना है, जिससे त्रिकुटा पहाड़ियों पर स्थित मंदिर तक पहुंचने का समय लगभग छह घंटे से घटकर छह मिनट रह जाएगा. 

हालांकि, परियोजना को दुकानदारों सहित विभिन्न हितधारकों के विरोध का सामना करना पड़ा क्योंकि उनलोगों को उनकी आजीविका छिन जाने का डर है. अधिकारी ने कहा कि प्रतिनिधिमंडल में पंथाल बीडीसी के पूर्व अध्यक्ष चंद्र मोहन सिंह और कई सरपंच भी शामिल थे, जिन्होंने रोपवे परियोजना को जल्द पूरा करने की मांग करते हुए एक ज्ञापन सौंपा. 

अधिकारी ने प्रतिनिधिमंडल के हवाले से कहा, ‘‘तीर्थयात्रियों और स्थानीय लोगों के लाभ के लिए परियोजना पर काम तुरंत फिर से शुरू किया जाना चाहिए. कुछ निहित स्वार्थी लोगों के विरोध को विकास कार्यों और सुविधाओं के निर्माण में बाधा नहीं बनने देना चाहिए.’’ प्रतिनिधिमंडल ने मंदिर बोर्ड से सभी क्षेत्रों के समान विकास की भी मांग की, जो केवल कटरा और पुराना दरूर तक सीमित नहीं होना चाहिए. प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि इस परियोजना से स्थानीय बेरोजगार युवाओं को राहत मिली है. 

प्रतिनिधिमंडल ने परियोजना के लिए अपना पूरा समर्थन देने का आश्वासन देते हुए कहा, ‘‘हम न तो इस रोपवे के काम को रुकने देंगे और न ही इसे किसी अन्य स्थान पर स्थानांतरित होने देंगे. अगर ऐसा हुआ तो हमारे पास सड़कों पर उतरने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचेगा.’’

(एजेंसी इनपुट के साथ)

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