लोकसभा चुनाव 2024 की तारीखों का ऐलान कर दिया गया है. जिसको लेकर देश में चारों तरह राजनीती भी तेज हो गई है. ऐसे में सभी की निगाहें जम्मू-कश्मीर पर थी. प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान जब इलेक्शन कमिश्नर राजीव कुमार से जम्मू-कश्मीर में संसदीय और विधानसभा चुनाव एक साथ नहीं कराने पर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा- "श्रीनगर और जम्मू की हमारी हालिया यात्रा के दौरान, जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने हमें बताया कि अधिक सुरक्षा आवश्यकताओं के कारण एक ही समय में दो चुनाव नहीं कराए जा सकते. प्रशासन ने हमें बताया कि प्रत्येक विधानसभा के लिए लगभग 10 से 12 उम्मीदवार होंगे." जिसका मतलब है कि लगभग 1,000 उम्मीदवार मैदान में होंगे. इसका मतलब है कि प्रत्येक उम्मीदवार को उचित सुरक्षा कवर दिया जाना चाहिए और इसके लिए, अतिरिक्त बलों की अधिक आवश्यकता थी. आयोग लोकसभा के तुरंत बाद जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव कराने के लिए प्रतिबद्ध है. मतदान तब होगा जब सुरक्षा बल उपलब्ध होंगे.”