बीजेपी और आम आदमी पार्टी मुफ्त वाली सियासत को लेकर आमने-सामने है. बीजेपी ने केजरीवाल सरकार पर मुफ्त को लेकर हमला किया है तो वहीं केजरीवाल ने पलटवार करते हुए आरोपों की पूरी बॉल केंद्र के पाले में फेंक दी है. अब सवाल ये उठता है कि क्या मुफ्त का रोग बड़ा सियासी प्रयोग है और मुफ्त के इस सियासी खेल में फायदे में कौन है, जनता या फिर सियासी दल.