नक्सल के उस गढ़ में जहां पर अब कोई नहीं पहुंच पाया ट्रेन नहीं पहुंच पाई, विकास की गाड़ी नहीं पहुंच पाई थी. नक्सल के उस गढ़ में अब एक लंबे इंतजार के बाद रेल पहुंच रही है. छत्तीसगढ़ के बस्तर में अब तक सिर्फ नक्सलियों के खौफ की पटरियां बिछी थी, आज वहां ट्रेन की पटरियां बिछ चुकी है.