कश्मीर में हिंदुओं प्रवासी मजदूरों और दूसरे समुदाय के लोगों को लगातार चुन चुन कर मारा जा रहा है और इस साल कश्मीर में टारगेट किलिंग की 30 से ज्यादा घटनाएं भी हो चुकी हैं जिसमें 25 लोग अपनी जान गवां चुके हैं और दुर्भाग्यपूर्ण यह है इनमें भी आधे से ज्यादा हिंदू हैं. यानी आतंकवादियों ने इन लोगों को सिर्फ इसलिए मारा क्योंकि ये हिंदू थे और दूसरे राज्यों से कश्मीर में काम करने आए थे.