किसी भी देश का इतिहास गुलाम नहीं बल्कि शासक लिखते हैं. इसीलिए आज जिस इतिहास को हम देखते हैं वो उन लोगों ने लिखा है जो शासक थे. यही वजह है कि हम ये तो जानते हैं कि कुतुब मीनार का निर्माण कुतुब-उद-दीन ऐबक ने करवाया था लेकिन ये नहीं जानते कि मीनार के नीचे कितने मंदिर दफन हैं.