ये है एक शूरवीर की कहानी जिन्होंने मरते दम तक अपनी हर एक साँस भारत के नाम करदी..कैप्टन सौरभ कालिया। इन्होंने महज 22 साल की उम्र में देश के लिए कुर्बानी दे दी थी। नौकरी को चार ही महीने हुए थे कि कारगिल के युद्ध शुरू में उन्हें शहादत देनी पड़ी। पाकिस्तान की बर्बरता के बावजूद उन्होंने भारत की कोई जानकारी नहीं दी