Uttarakhand News: साढ़े 5 करोड़ की लागत से श्रीनगर में बन रहा हेलीपोर्ट, सेना के हेलीकाप्टर भी कर सकेंगे लैंड
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Uttarakhand News: साढ़े 5 करोड़ की लागत से श्रीनगर में बन रहा हेलीपोर्ट, सेना के हेलीकाप्टर भी कर सकेंगे लैंड

साढ़े 5 करोड़ की लागत से उत्तराखंड के श्रीनगर गढ़वाल के हेलीपैड को हेलीपोर्ट में तब्दील किया जाएगा. इसको लेकर सूबे के स्वास्थय शिक्षा चिकित्सा मंत्री डॉ धन सिंह रावत ने विधिवत भूमि पूजन किया है.

Uttarakhand News: साढ़े 5 करोड़ की लागत से श्रीनगर में बन रहा हेलीपोर्ट, सेना के हेलीकाप्टर भी कर सकेंगे लैंड

श्रीनगर गढ़वाल: साढ़े 5 करोड़ की लागत से उत्तराखंड के श्रीनगर गढ़वाल के हेलीपैड को हेलीपोर्ट में तब्दील किया जाएगा. इसको लेकर सूबे के स्वास्थय शिक्षा चिकित्सा मंत्री डॉ धन सिंह रावत ने विधिवत भूमि पूजन किया है. दरअसल, केन्द्र सरकार के सहयोग से राज्य सरकार द्वारा प्रदेश के महत्वपूर्ण स्थानों पर हेलीपोर्ट का निर्माण कराया जा रहा है. इसी के तहत श्रीनगर गढ़वाल में भी हैलीपोर्ट का निमार्ण किया जाएगा. आइए बताते हैं हेलीपोर्ट में क्या कुछ खास है.

कैबिनेट मंत्री उत्तराखण्ड धन सिंह रावत ने दी जानकारी
इस मामले में कैबिनेट मंत्री उत्तराखण्ड डॉ धन सिंह रावत ने जानकारी दी. उन्होंने बताया कि चारधाम यात्रा का मुख्य पड़ाव होने और भारत-चीन सीमा का पास का शहर होने के चलते इसका महत्व काफी बढ़ जाता है. जानकारी के मुताबिक सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण होने के कारण यहां हैलीपोर्ट का निर्माण सैन्य विमानों के अनुरूप किया जाएगा. ताकि जरूरत पड़ने पर सेना के हैलीकाप्टर भी यहां लैंड हो सकें. आपको बता दें कि तैयार हो जाने पर जल्द ही प्रदेश के मुख्यमंत्री विधिवत इसका उद्वघाटन भी कर सकते हैं.

आपदा के समय हेलीपोर्ट से मिल सकेगी मदद
मंत्री ने कहा गढ़वाल का सेंटर होने के चलते आपदा के समय सेना इस हेलीपोर्ट का इस्तेमाल कर सकेगी. उन्होंने कहा बड़े सा बड़ा सेना का हेलीकॉप्टर यहां आसानी से यहां उतर सकेगा. उन्होंने कहा इस हेलीपोर्ट का उदघाटन सीएम पुष्कर सिंह धामी द्वारा किया जाएगा. हेलीपोर्ट का निर्माण कर रही कार्यदाई संस्था लोकनिर्माण विभाग के सहायक अधिशासी अभियंता महक सिंह सैनी ने इसके बारे में विस्तार से जानकारी दी.

जानिए क्या है हेलीपोर्ट की खासियत
लोकनिर्माण विभाग के सहायक अधिशासी अभियंता ने बताया कि हेलीपोर्ट के तहत यहां पैसेंजर टर्मिनल की बिल्डिंग बनाई जाएगी. इसके अलावा फायर ओबीएस की बिल्डिंग भी बनेगी. सेफ्टी के लेहाज से वॉच टावर बनाया जाएगा. साथ ही आग से बचाव के लिए फायर सेफ्टी के तहत 2 अंडर ग्राउंड टैंक बनाए जा रहे हैं. वहीं, इस हेलीपोर्ट को नेशनल हाइवे से कनेक्ट करने के लिए 400 मीटर की एक एप्रोच रोड भी बननी है. जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि जुलाई तक इसका निर्माण कार्य लगभग पूरा करने का प्रयास है.

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