अंकिता हत्याकांड में आरोपी पकड़े जा चुके हैं और अब उन्हें कड़ी से कड़ी सजा दिलाने की मांग उठ रही है. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी संकल्प लिया है कि आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा मिलेगी और सरकार इस दिशा में काम कर रही है.
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रामअनुज/कुलदीप: अंकिता हत्याकांड में आरोपी पकड़े जा चुके हैं और अब उन्हें कड़ी से कड़ी सजा दिलाने की मांग उठ रही है. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी संकल्प लिया है कि आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा मिलेगी और सरकार इस दिशा में काम कर रही है. एसआईटी मामले की और गहनता से जांच कर रही है और सरकार भी इस जघन्य हत्याकांड के आरोपियों को कड़ी सजा दिलाने के लिए पूरी कोशिश में जुटी है.
एसआईटी टीम का गठन
अंकिता भंडारी मॉर्डर मिस्ट्री को सुलझाने के लिए एसआईटी तहकीकात कर रही है. बताया जा रहा है कि अब एसआईटी आरोपियों को पुलिस कस्टडी रिमांड पर विचार कर रही हैं ताकि सबूतों को जुटाया जा सके. मामले की गंभीरता को देखते हुए सरकार ने एसआईटी टीम का गठन किया है. डीआईजी रेणुका देवी की अध्यक्षता में एक टीम बनाई गई है.
दोषियों को मिलेगी सजा-सुरेश जोशी
अंकिता हत्याकांड में विपक्ष द्वारा लगाए जा रहे सुबूत मिटाने के आरोपों पर भी बीजेपी ने पलटवार किया है. बीजेपी प्रवक्ता सुरेश जोशी का कहना है कि कुछ लोगों को अगर राजनीति करने के लिए ऐसा आरोप लगाना है तो उनको क्या जवाब दिया सकता है. इस जघन्य हत्याकांड के दोषियों को कड़ी से कड़ी और अंतिम सजा दिलाने के लिए सरकार ने संकल्प लिया है. पुलिस प्रशासन द्वारा सभी साक्ष्य जुटा लिए गए हैं, कहीं भी साक्ष्य नहीं मिटाए गए. इस तरह के आरोप निराधार और असत्य हैं. सुरेश जोशी ने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने तय किया है कि आरोपियों को कड़ी से कड़ी है सजा मिलेगी, बहन अंकिता को न्याय मिलेगा.
सीएम धामी ने दिए जांच के आदेश
अंकिता हत्याकांड के बाद उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेश में सभी होटल रिसॉर्ट,कैंप,होमस्टे में अवैधानिक रूप से चल रहे और उनमें हो रहे अनैतिक कार्य की जांच के लिए आदेश दिए थे. जिसके फलस्वरूप पूरे प्रदेश में सघन रूप से यह आदेश जिलाधिकारियों के द्वारा उप जिलाधिकारियों व तहसीलदारों की टीम बनाकर अलग-अलग रूप से अपने अपने क्षेत्रों में कार्यवाही की जा रही है.
पूर्व सीएम त्रिवेंद्र ने किया समर्थन
प्रदेश में अवैध तौर पर बने रिजॉर्ट के खिलाफ अब व्यापक स्तर पर अभियान चलेगा. कानून व्यवस्था की समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने यह सख्त निर्देश दिए हैं.पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने भी मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के फैसले का समर्थन किया है. त्रिवेंद्र सिंह रावत का कहना है इस बात का पूरा रिकॉर्ड रहना चाहिए की किस क्षेत्र में और कहां पर रिसोर्ट बन रहे हैं. इस बात का पूरा ब्यौरा होना जरूरी है.
"द नीरज" रिसोर्ट के स्पा को भी संबंधित दस्तावेज ना दिखाने के चलते सील
इसी कड़ी में गंगाभोगपुर स्थित वंत्रा रिसोर्ट के समीप चीला रोड से जाते हुए कुनाव गांव के पास "द नीरज" रिसोर्ट के स्पा को भी संबंधित दस्तावेज ना दिखाने के चलते सील किया गया. बता दें कि नीरज रिसोर्ट के द्वारा मेन रोड पर लगे दा नीरज रिसोर्ट के बोर्ड के ऊपर लिखे "बार" BAR शब्द को भी काली टेप द्वारा ढकने का प्रयास किया गया.
कई रिजॉर्ट की जांच की गई
इसी कड़ी में रविवार एसडीएम यमकेश्वर की अगुवाई में गंगा भोगपुर क्षेत्र में संचालित कई रिजॉर्ट की जांच की. जिनमें मानकों के विरुद्ध संचालित हो रहे द नीरज रिजॉर्ट सहित तीन अन्य रिजॉर्ट को सील कर दिया है. इसी कड़ी में ओर भी कई रिजॉर्ट की सघन जांच प्रशासन की टीम द्वारा की जा रही है.
चिल्ला नहर से हुआ था शव बरामद
अंकिता की हत्या 18 सितंबर की रात कर दी गई थी. उसका शव 22 सितंबर को चिल्ला नहर से बरामद किया गया था. अंकिता ने मौत से पहले अपने दोस्त को वाट्सएप चैट पर बताया था कि पुलकित और उसके रिसॉर्ट का मैनेजर वेश्यावृत्ति के लिए मजबूर कर रहे हैं. इसके लिए उसे रुपये देने का ऑफर है.अंकिता के शव का पोस्टमॉर्टम ऋषिकेश एम्स में किया गया था। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के मुताबिक मौत से पहले उसके शरीर पर कई जगह चोट लगी थी.
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