जौनपुर: 16 जून से खुलेंगे जिले के प्राथमिक विद्यालय, पुरानी किताबों से ही पढ़ेंगे छात्र
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जौनपुर: 16 जून से खुलेंगे जिले के प्राथमिक विद्यालय, पुरानी किताबों से ही पढ़ेंगे छात्र

शिक्षकों का कहना है कि हम छात्र छात्राओं को विद्यालय तक लाने के लिए कटिबद्ध है. हालांकि भीषण गर्मी है बावजूद इसके बच्चों को लाने का प्रयास किया जाएगा. 

जौनपुर: 16 जून से खुलेंगे जिले के प्राथमिक विद्यालय, पुरानी किताबों से ही पढ़ेंगे छात्र

अजीत सिंह/जौनपुर: जौनपुर प्रदेश सरकार की मंशा के अनुरूप प्राथमिक विद्यालय में कक्षाएं 16 जून से प्रारंभ हो जाएंगी. ऐसे में इन बच्चों को पढ़ने के लिए जिला प्रशासन कितना तैयार है इसके बारे में जांच पड़ताल की गई की गई तो साफतौर से दिखा कि जिला प्रशासन द्वारा छात्र छात्राओं को पढ़ने के लिए अभी पुरानी किताबें ही उपलब्ध हो पाएगी. नई किताबें अभी तक उपलब्ध नहीं हो सकी है. साथ ही छात्र-छात्राओं की खाते में भेजने जाने वाला पैसा भी पूर्व वित्तीय वर्ष का जा चुका है वर्तमान वित्तीय वर्ष का लेखा-जोखा तैयार किया जा रहा है.

क्या कहना है शिक्षकों का? 
शिक्षकों का कहना है कि हम छात्र छात्राओं को विद्यालय तक लाने के लिए कटिबद्ध है. हालांकि भीषण गर्मी है बावजूद इसके बच्चों को लाने का प्रयास किया जाएगा. अभी उन्हें पुराने छात्रों से जमा कराई गई किताबों के द्वारा ही पढ़ाया जाएगा. प्रदेश सरकार द्वारा डीपीटी के माध्यम से प्राथमिक विद्यालयों में जूता मोजा बैग की व्यवस्था सरकार द्वारा की गई है जो जुलाई माह तक उपलब्ध हो जाएगी.

क्या बोले बेसिक शिक्षाधिकारी 
इस संबंध में बात करते हुए बेसिक शिक्षा अधिकारी गोरखनाथ पटेल ने बताया कि 16 जून से विद्यालय खुल रहे हैं .इसके लिए शासन के निर्देशानुसार गाइडलाइन जारी कर लोगों को अवगत करा दिया गया है.विद्यालय खोलने के लिए पूरी तैयारी कर ली गई है. 20 जून के अंदर अभिभावकों के साथ बैठक करके उनको बच्चों को विद्यालय भेजे जाने के लिए कहा जाएगा. इस वित्तीय वर्ष के पैसे को उनके आधार कार्ड से लिंक करा कर शासन के निर्देशानुसार भेजा जाएगा. 

नई किताबों को लेकर उन्होंने बताया कि पठन-पाठन हमारा कभी भी बाधित नहीं हुआ है.  पुरानी किताबों से बच्चों को पढ़ाया जा रहा है. नई किताबें जुलाई माह तक उपलब्ध हो जाएंगी शासन से निर्देश जारी हो चुके हैं. हालांकि अभी पुरानी किताबों से ही काम चलाया जा रहा है. जिले में कुल बच्चों की संख्या 5 लाख 20 हजार है.

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