6 जनवरी से प्रयागराज में होने जा रहा है माघ मेला. अव्यवस्थाओं को लेकर साधु संतो ने जताई नाराज़गी, जल्द व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने का किया अनुरोध.
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मोहम्मद गुफ़रान/ प्रयागराज: कुम्भ नगरी प्रयागराज में संगम की रेती पर लगने वाले दुनियां के सबसे बड़े आध्यात्मिक माघ मेले की औपचारिक शुरुआत छः जनवरी को पौष पूर्णिमा स्नान पर्व के साथ हो रहा है. माघ मेले की शुरुआत में अब महज चार दिन का समय रह गया है. लेकिन अभी तक मेले की तैयारियां अभी तक अधूरी ही हैं. स्नान घाटों से लेकर मेले में आने वाले कल्पवासियों के शिविरों के निर्माण की तैयारियां अभी भी पूरी नहीं हुई है. हालांकि मेला प्रशासन का दावा है कि सभी जरूरी तैयारियां पूरी कर ली गईं हैं। जो तैयारियां अधूरी हैं, उन्हे भी पूरी करने की कोशिश की जा रही है, मेला शुरू होने से पहले उसे भी पूरा कर लिया जाएगा.
माघ मेले को भव्य बनाने के दिए निर्देश
माघ मेले को योगी सरकार ने दिव्य और भव्य बनाने के निर्देश दिए हैं. इस मेले को कुंभ 2025 का रिहर्सल के तौर पर भी देखा जा रहा है. माघ मेले को इस बार छः सेक्टर में बांटा गया है. माघ मेला क्षेत्र में गंगा की धारा पर श्रद्धालुओं के आवागमन को देखते हुए पांच पांटून पुल बनाए गए हैं. मेले को ओडीएफ फ्री बनाए जाने को लेकर तैयारियां की गईं हैं. साथ ही मेले में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए चिकित्सकीय सुविधाएं भी उपलब्ध रहेंगी. इसके साथ ही संभावित कोवीड के खतरे की आशंका को देखते हुए मेले के इंट्री प्वाइंट पर जांच टीमों की तैनाती भी की जाएगी.
स्नान घाटों पर गोताखोरों की रहेगी तैनाती
स्नान घाटों पर प्रशिक्षित गोताखोरों की तैनाती के अलावा जल पुलिस की तैनाती रहेगी।साथ ही स्नान घाट पर डीप वाटर बैरिकेटिंग की गई है। ताकि कोई श्रद्धालु गहरे पानी में न जाने पाए। मेले में आकर्षक स्ट्रीट लाइट लगाई गई है। पौराणिक थीम पर एलईडी स्क्रीन भी लगाई जाएगी। ताकि मेले में आने वाले श्रद्धालुओं को माघ और कुंभ की विशेषता बताई जा सके.
सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुलिस बल मुस्तैद
मेले में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर भी खास चौकसी बरतने का दावा किया गया है. पूरे मेला क्षेत्र में 13 पुलिस थानों के अलावा 36 पुलिस चौकियों का निर्माण किया गया है. जहां पर थानाध्यक्ष समेत अन्य पुलिस कर्मियों की तैनाती भी की जा चुकी है. पूरे मेला क्षेत्र में छः हजार से अधिक पुलिसकर्मियों को तैनात किया जाना है. जिसमे ज्यादातर फोर्स अभी से मेला क्षेत्र में आ चुकी है. मेले में तैनात पुलिसकर्मियों को विशेष रूप से प्रशिक्षित भी किया जा रहा है. मेले की अचूक सुरक्षा के लिए सिविल पुलिस के अलावा सीआरपीएफ, आरएएफ और एटीएस के जवान भी मुस्तैद रहेंगे. साथ ही सीसीटीवी कैमरे और ड्रोन से भी मेले की निगरानी की जाएगी.