UP Budget 2023 :देश के सबसे बड़े राज्य उत्तरप्रदेश का जल्द ही प्रदेश का जल्द ही बजट आने वाला है. क्या आप जानते हैं कि प्रदेश में किसे कितनी बार बजट पेश करने का मौका मिला है. पढ़ें पूरी रिपोर्ट
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लखनऊ : UP Budget 2023 :जल्द ही उत्तरप्रदेश का बजट पेश होने वाला है.प्रदेश के वित्त मंत्री सुरेश खन्ना बजट पेश करेंगे. पिछले साल उन्होंने पहली बार पेपरलेस बजट पेश किया था. ऐसे में इस बार भी कयास लगाए जा रहे हैं कि वह टैबलेट से बजट भाषण पढ़ेंगे. पिछले 72 साल में यूपी के बजट ने कई पड़ाव हासिल किए हैं. इस प्रदेश का 73वां बजट आएगा. उम्मीद की जा रही है कि इस बार का बजट 6 लाख करोड़ से अधिक का होगा.
नारायण दत्त तिवारी ने बनाया रिकॉर्ड
पूर्व मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी के नाम प्रदेश का सबसे अधिक बार बजट पेश करने का रिकॉर्ड है. वह 11 बार बजट पेश कर चुके हैं. 21 जनवरी 1976 को वह पहली बार प्रदेश के मुख्यमंत्री बने. मार्च 1976 में उन्होंने पहली बार बजट पेश किया. तीन बार मुख्यमंत्री रहते हुए 4 बार बजट पेश किया. इसी तरह 7 बार वित्त मंत्री रहते हुए उन्होंने यूपी का बजट पेश किया. बजट पेश करने का दूसरा सबसे अधिक मौका नेताजी पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव को मिला है. उन्होंने 9 बार प्रदेश का बजट प्रस्तुत किया है. मौजूदा वित्त मंत्री सुरेश खन्ना अब तक 6 बार बजट पेश कर चुके हैं.
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सुरेश खन्ना 7वीं बार बजट पेश करेंगे
योगी सरकार के पहले कार्यकाल से लेकर अब तक सुरेश खन्ना ही बतौर वित्त मंत्री बजट पेश कर रहे हैं. इस बार वह 7वीं बार बजट पेश करेंगे. उनके बेटे और वर्तमान सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव मुख्यमंत्री रहते हुए 2012 ने 2017 तक लगातार 5 बार बजट पेश करके इस कड़ी में तीसरे नंबर पर हैं. इस दौरान उन्होंने वित्त मंत्रालय अपने पास रखा था. बजट पेश करने के मामले में मायावती चौथे नंबर पर हैं. उन्होंने 4 बार बजट पेश कर प्रदेश के विकास को गति दी है. सीएम योगी के कार्यकाल में अब तक सुरेश खन्ना बजट पेश करते आ रहे हैं.
पहला बजट 1952 में तब के सीएम गोविंद वल्लभ पंत ने पेश किया था. गोविंद बल्लभ पंत ने जब पहला बजट पेश किया था. पिछले कुछ सालों तक चमड़े का बैग ही बजट के दौरान वित्त मंत्री लेकर विधानसभा में आते थे. गोविंद बल्लभ पंत के बाद सीएम चंद्रभानु गुप्ता, सम्पूर्णानंद, सुचेता कृपलानी भी चमड़े का लेकर विधानसभा पहुंचे और बजट पेश किया. 1970 में चरण सिंह सीएम बने तो थोड़ा सा बदलाव हुआ और सूटकेस लेकर सदन पहुंचे. उसके बाद वीपी सिंह, मुलायम सिंह, कल्याण सिंह, राजनाथ सिंह, मायावती, अखिलेश यादव और अब सुरेश खन्ना, ये सभी लोग सूटकेस लेकर बजट पेश करने सदन पहुंचे.
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