Mohini Ekadashi 2023: आज है मोहिनी एकादशी 2023, इस शुभ मुहूर्त में करें भगवान विष्णु के मोहिनी स्वरूप की पूजा, जानें व्रत पारण का समय
Advertisement
trendingNow0/india/up-uttarakhand/uputtarakhand1664686

Mohini Ekadashi 2023: आज है मोहिनी एकादशी 2023, इस शुभ मुहूर्त में करें भगवान विष्णु के मोहिनी स्वरूप की पूजा, जानें व्रत पारण का समय

Mohini Ekadashi 2023: एकादशी तिथि का हिंदू धर्म में खास महत्व है. एकादशी  तिथि के व्रत को शास्त्रों में सर्वश्रेष्ठ माना गया है...एकादशी व्रत भगवान विष्णु की पूजा को समर्पित है... ऐसी मान्यता है कि इस दिन भगवान विष्णु ने मोहिनी रूप धारण किया था....

Mohini Ekadasi

Mohini Ekadashi 2023: वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी को मोहिनी एकादशी कहा जाता है.  एकादशी तिथि के दिन भगवान विष्णु के मोहिनी स्वरूप की पूजा की जाती है. ऐसी मान्यता है कि मोहिनी एकादशी के व्रत के प्रताप से व्यक्ति सभी मोह के जाल से मुक्त होकर बैकुंठ धाम में स्थान प्राप्त करता है.यह एकादशी समस्त पाप और दुखों का नाश करने वाली तथा सौभाग्य और धन का आशीर्वाद देने वाली मानी गई है. आइए विस्तार से जानते हैं कि कब है मोहिनी एकादशी व्रत,पूजा विधि और मोहिनी एकादशी कथा...

Guru Uday 2023: 27 अप्रैल को मेष राशि में उदय होंगे गुरु देव बृहस्पति, मीन राशि की चमकेगी किस्मत,बढ़ जाएगा बैंक बैलेंस

कब है मोहिनी एकादशी 2023? (Kab Hai Mohini Ekadashi 2023)
एकादशी तिथि का शुभारंभ -30 अप्रैल, दिन रविवार को रात 08 बजकर 28 मिनट पर.
समापन -1 मई, दिन सोमवार को रात 10 बजकर 09 मिनट पर होगा.
उदया तिथि के अनुसार, मोहिनी एकादशी का व्रत 1 मई को रखा जाएगा.

मोहिनी एकादशी 2023 का पूजा-मुहूर्त 
1 मई, दिन सोमवार को सुबह 9 बजे से 10 बजकर 39 मिनट तक शुभ-उत्तम मुहूर्त रहने वाला है. इस दौरान पूजा करना फलदायी रहेगा. शुभ योग में पूजा करने से भगवान विष्णु की कृपा हमेशा बनी रहेगी.

मोहिनी एकादशी शुभ योग
मोहिनी एकादशी के दिन रवि योग बन रहा है. यह बेहद शुभ योग माना जाता है, इसका समय सुबह 5.47 से शाम 5.51 तक है. इस योग में किए जाने वाले कामों में सफलता मिलती है. 
अभिजीत मुहूर्तः  11.52 AM से   12.44 PMतक
अमृतकाल मुहूर्तः 10.50 AM से 12.35 PM तक

Sita Navami 2023: कब है सीता नवमी, जानें जानकी जयंती की पूजा का शुभ मुहूर्त और पूजन विधि

मोहिनी एकादशी 2023 की पूजा विधि 
मोहिनी एकादशी के दिन सुबह स्नान करने के बाद भगवान विष्णु के सामने बैठकर उनक मोहिनी रूप का ध्यान करें. श्रीहरि को स्नान कराएं और उनका श्रृंगार करें. इसके साथ ही नए कपड़े पहनाएं. भगवान विष्णु को फूल, अक्षत, माला, चंदन, पीले वस्त्र, पीले मिष्ठान आदि अर्पित करें. फिर विष्णु  जी के मंत्रों का जाप करें और व्रत का संकल्प लें. फिर उन्हें भोग लगाएं. भगवान विष्णु की आरती करें और भोग को प्रसाद के रूप में परिवार के बीच बांट दें.

मोहिनी एकादशी 2023 का महत्व और कथा 
मोहिनी एकादशी के दिन भगवान विष्णु के मोहिनी रूप की पूजा की जाती है. शास्त्रों में वर्णित है कि मोहिनी एकादशी के दिन व्रत रखने से असीम सौंदर्य और तेज बुद्धि मिलती है.इस व्रत को रखने से सौभाग्य बढ़ता है. शरीर का व्यक्त्तिव प्रभावशाली होता है. 

मोहिनी एकादशी कथा
मोहिनी एकादशी को लेकर कई कथाएं प्रचलित हैं. एक कथा के अनुसार सागर मंथन के बाद जब अमृत निकला तो उसे पीकर अमर होने के लिए देवताओं और दानवों में तनातनी हो गई. जब  युद्ध जैसी नौबत आई तो वैशाख शुक्ल एकादशी को भगवान विष्णु ने मोहिनी का रूप धर लिया. अपने रूपजाल में फंसाकर देवताओं को अमृत बांट दिया और दानवों को मदिरा बांटी.

मोहिनी एकादशी 2023 व्रत पारण समय 
व्रत का पारण 2 मई 2023 को सुबह 05 बजकर 40 मिनट से सुबह 08 बजकर 19 मिनट पर किया जाएगा.  इसके बाद व्रत पारण का सीधा समय रात को 11 बजकर 17 मिनट पर है. एकादशी का व्रत हमेशा द्वादशी के दिन संपन्न किया जाता है.

Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है. सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक पहुंचाई गई हैं. हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है. इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी. ZEE UPUK इसकी जिम्मेदारी नहीं लेगा.

Shaadi Muhurat 2023: मई और जून में बस 24 दिन गूंजेंगी शहनाई, नोट करें विवाह की तारीख और शुभ मुहूर्त की पूरी लिस्ट
 

 

 

Trending news