Deoria News: आरोप लगाने वाली महिला ने कहा कि यह जमीन हमारी है. हमारे नाम से रजिस्ट्री है. जबकि मंत्री का कहना है कि हमारी परिवारिक जमीन है जो महिला अपने जमीन का नंबर बता रही है वह नंबर सही नहीं है.
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त्रिपुरेश त्रिपाठी/देवरिया: उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले में एक राज्य मंत्री पर जमीन पर कब्जा करने का आरोप लगा है. राज्य मंत्री विजय लक्ष्मी गौतम पर जमीन कब्जा करने का आरोप लगा है. यह आरोप एक महिला ने प्रेस वार्ता कर मंत्री पर लगाया है. महिला का आरोप है कि मंत्री अपने पद का दुरुपयोग करते हुए उसकी जमीन पर कब्जा करना चाहती हैं.
सलेमपुर से हैं विधायक
सलेमपुर विधानसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी की विधायक विजय लक्ष्मी गौतम प्रदेश सरकार में राज्य मंत्री ग्राम विकास हैं. लक्ष्मी गौतम का आवास देवरिया सदर के कोतवाली इलाके के हनुमान मंदिर के पीछे हैं.इनके मकान के सामने एक खाली जमीन है. जिस जगह पर मंत्री जी गाड़ियां खड़ी होती है उसी जमीन को लेकर विवाद चल रहा है.
महिला जमीन पर कब्जा करने का लगा रही आरोप
आरोप लगाने वाली महिला ने कहा कि यह जमीन हमारी है. हमारे नाम से रजिस्ट्री है. जब भी हम जमीन पर जाते हैं तो हमें भगा दिया जाता है.कल हमारी जमीन पर मंत्री ने पिलर भी गड़वा दिया है. पीड़ित महिला और उनके पति ने कहा कि मंत्री पद का दुरुपयोग कर मंत्री जी हमारी जमीन कब्जा करने में लगी हैं. हम सभी जगह गुहार लगा रहे हैं पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है. उनका कहना है कि कल हमारी जमीन पर पिलर गाड़ दिया गया, जब हम पुलिस के पास पहुंचे तो पुलिस ने हमें दो घंटे तक कोतवाली बैठा दिया. कोई कार्रवाई नहीं हुई.
मंत्री साहिबा बोलीं- हम बचपन में उस जमीन पर खेले हैं
इस मामले पर राज्य मंत्री विजय लक्ष्मी गौतम के पास पहुंचे तो उनका कहना है कि हमारी परिवारिक जमीन है जो महिला अपने जमीन का नंबर बता रही है वह नंबर सही नहीं है. मामला न्यायालय में चल रहा है और हमारी पुश्तैनी जमीन है और हमें न्यायालय पर भरोसा है. पत्रकारों ने सवाल किया कि जब मामला न्यायालय में चल रहा है तो आपने पिलर क्यों गड़वा दिया तो इसके जवाब में मंत्री जी ने कहा कि वह जमीन मेरी है और सिर्फ मेरी है. वह हमारी छवि को खराब करना चाहती हैं. उस जमीन पर बचपन में हम खेले हैं और उस पर पले बढ़े हैं.
कौन है विजय लक्ष्मी गौतम?
सेलमपुर की रहने वाली विजय लक्ष्मी गौतम की कोई राजनीतिक पृष्ठभूमि नहीं रही है. विजयलक्ष्मी ने बीजेपी के बैनर तले सक्रिय राजनीति शुरू की. वह भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेश कार्यसमिति की एक बार सदस्य भी रही. पार्टी ने उन पर भरोसा जताते हुए वर्ष 2012 में सलेमपुर सुरक्षित सीट से टिकट दिया लेकिन तब वह समाजवादी पार्टी के मनबोध प्रसाद से हार गई थीं. 2017 में भाजपा ने इनका टिकट काट दिया और काली प्रसाद को मैदान में उतारा. टिकट कटने के बाद विजयलक्ष्मी सपा में शामिल हो गईं. सपा ने उन्हें टिकट देकर मैदान में उतारा लेकिन वह चुनाव हार गई और भाजपा के काली प्रसाद विजयी रहे.
इसके बाद 2022 के विधानसभा चुनाव से ठीक पहले वह भाजपा में शामिल हो गईं. भाजपा ने वर्तमान विधायक काली प्रसाद का टिकट काट कर विजयलक्ष्मी गौतम को प्रत्याशी बनाया. वह पार्टी की उम्मीदों पर खरी उतरीं और सुभासपा के मनबोध प्रसाद को 14,608 मतों के अंतर से हराकर चुनाव जीत गईं. इसके बाद उनको प्रदेश की सरकार में राज्य मंत्री बना दिया गया.