Maharajganj News: भारत नेपाल के सोनौली बार्डर के समीप बनने जा रहा इंटीग्रेटेड चेकपोस्ट बौद्ध सर्किट का एक महत्वपूर्ण निकास बिंदू है. यह गौतम बुद्ध की जन्मस्थली और लोकप्रिय बौद्ध पर्यटन केन्द्र नेपाल के लुम्बिनी के बेहद करीब है.
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अमित त्रिपाठी/महाराजगंज: भारत नेपाल के सोनौली सीमा पर गृह मंत्रालय के द्वारा इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट जो एयरपोर्ट की तर्ज पर 120 एकड़ कैंपस में आईसीपी लैंडपोर्ट बनने जा रहा है. भूमि अधिग्रहण के बाद लैंडपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने चहारदीवारी का निर्माण कार्य शुरू करा दिया है. नौतनवा विधायक ऋषि त्रिपाठी ने बताया है कि जनवरी में केंद्र गृहमंत्री अमित शाह इसके शिलान्यास के लिए आ सकते हैं. इंटीग्रेटेड चेकपोस्ट के लैंडपोर्ट में एक ही कैम्पस के अंदर सभी जांच एजेंसियां, वाहन पार्किंग, हॉस्पिटल आदि की सुविधाएं मिलेंगी. भविष्य में इसको रेलवे नेटवर्क से भी जोड़ा जाएगा.
एक ही छत के नीचे होंगी सभी जांच एजेंसियां
भारत नेपाल के सोनौली बार्डर के समीप बनने जा रहा इंटीग्रेटेड चेकपोस्ट बौद्ध सर्किट का एक महत्वपूर्ण निकास बिंदू है. यह गौतम बुद्ध की जन्मस्थली और लोकप्रिय बौद्ध पर्यटन केन्द्र नेपाल के लुम्बिनी के बेहद करीब है. देश विदेश से आने वाले यात्रियों और पर्यटकों को सोनौली में अत्याधुनिक सुविधा का अहसास हो सके इसी मापदंड पर लैंडपोर्ट विकसित किया जा रहा है. आईसीपी के निर्माण के बाद कस्टम, एसएसबी, पुलिस,इमिग्रेशन सहित सीमा पर तमाम खुफिया एजेंसियों के कार्यालय एक ही कैंपस में रहेंगे. इससे जांच में सहूलियत मिलेगी साथ ही साथ नेपाल के साथ व्यापार में भी तेजी आएगी.
2004 में आईसीपी को मिली थी मंजूरी
भारत सरकार ने 2004 में साल इंडो-नेपाल के सोनौली बॉर्डर पर इंटीग्रेटेड चेकपोस्ट के निर्माण मंजूरी दी थी, लेकिन भूमि अधिग्रहण और मुआवजे को लेकर पेच फंसा था. कई बार ग्रामीणों और अधिकारियों के बीच वार्ता हुआ. लेकिन, सार्थक कदम नहीं निकल पाया, जिसके बाद वर्तमान जिला अधिकारी सत्येंद्र कुमार ने निर्णय लेते हुए दूसरे स्थान पर आईसीपी बनवाने को लेकर जमीन अधिग्रहण का निर्णय लिया इसके लिए किसान भी तैयार हो गए. इसके बाद 51 हेक्टेयर जमीन करीब पौने दो सौ करोड़ से लैंडपोर्ट के लिए भूमि खरीदी गई है. इसका डीपीआर करीब 300 करोड़ का है. लैंडपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के चेयरमैन दौरा भी करके के बाद अब आईसीपी के चहारदीवारी का निर्माण भी शुरू हो गया है. वहीं, आईसीपी में इंजीनियरिंग सेवाएं प्रदान करने के लिए वास्तुकला और डिजाइन तैयार है.
इंट्रीग्रेटेड चेक पोस्ट में मिलेंगी ये सुविधाएं
भारत नेपाल के सोनौली कोतवाली क्षेत्र के केवटलिया में निर्माण हो रहे है लैंडपोर्ट में टर्मिनल बिल्डिंग, नेपाल व भारत साइड पार्किंग/बस टर्मिनल, होटल, इंपेक्शन शेड कस्टम, आयात-निर्यात के लिए वेयरहाउस, रेलवे टर्मिनल में आयात-निर्यात के लिए भवन, ट्रक पार्किंग, तोरण, ट्रक टोल, वेट ब्रिज, पैसेंजर टोल, ट्रांसशिपमेंट एरिया, फायर स्टेशन, मेंटिनेंस शेड, कान्फिस्केशन शेड, डिसपेंसरी, रेस्ट हाउस फार ड्राइवर, फ्लैग, एसआरवाई ब्रिज, सेंट्रल गार्डन, पैसेंजर टर्मिनल पर एलिवेटेड वॉकवे, वॉटर बॉडी, हेलीपैड, एनिमल शेड, क्वारंटीन ब्लॉक, आइसोलेशन ब्लॉक, स्टाफ क्वार्टर, पब्लिक यूज बिल्डिंग, वॉच टावर, पेट्रोल बंक आदि का निर्माण होगा.
आईसीपी बनने से रोजगार के बढ़ेंगे साधन
डीएम सत्येंद्र कुमार ने बताया कि सोनौली में एयरपोर्ट की तरह आईसीपी का लैंडपोर्ट बनेगा. भूमि अधिग्रहण का कार्य पूरा हो चुका है. चहारदीवारी का निर्माण चल रहा है. जल्द ही शिलान्यास के बाद डीपीआर के मुताबिक कार्यदायी संस्था लैंडपोर्ट बनाएगी. वहीं, इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट के निर्माण से यहां पर रोजगार के साधन बढ़ेंगे साथ ही साथ यहां पर नेपाल से ट्रेड में भी बढ़ावा मिलेगा. बॉर्डर से आने वाले विदेशी यात्री विकास देख सकेंगे और इससे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की छवि चमकेगी.