विधायकी की चाहत में ठग ने बिछाया जाल, कुशीनगर को बनाना चाह रहा था दूसरा 'जामताड़ा'
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विधायकी की चाहत में ठग ने बिछाया जाल, कुशीनगर को बनाना चाह रहा था दूसरा 'जामताड़ा'

कुशीनगर पुलिस ने ठगी के एक ऐसे गिरोह का भंडाफोड़ किया है जो महिलाओं और भोले-भाले लोगों से अपना शिकार बनाकर रुपये ऐंठता था. ठग का एक सदस्‍य विधायकी का चुनाव भी लड़ चुका है. जानें पूरा मामला. 

विधायकी की चाहत में ठग ने बिछाया जाल, कुशीनगर को बनाना चाह रहा था दूसरा 'जामताड़ा'

कुशीनगर : आप सभी ने ठगी करने की कई वजह सुनी होगी, लेकिन कभी आपने सुना है कि विधायक बनने की चाह में कोई ठग बन जाए...कुशीनगर में ऐसा ही एक मामला सामने आया है. यहां खड्डा विधानसभा क्षेत्र से विधायकी का चुनाव लड़ने के लिए एक शख्‍स ठग बन गया. खास बात यह है कि यह ठग एक बार निर्दलीय विधायक का चुनाव भी लड़ चुका है. दरअसल, यह खुलासा पुलिस ने ठगी करने वाले एक गिरोह का भंडाफोड़ कर किया है. पकड़े गए तीन सदस्‍यों में से एक विधायकी का चुनाव लड़ने के लिए साइबर अपराधी बन बैठा. 

महिलाओं और भोले-भाले लोगों को बनाते थे निशाना 
कुशीनगर के दिवलिया मनिया छपरा थाना क्षेत्र के रामकोला का रहने वाला ठग विजय कुशवाहा को विधायक बनने की चाह है. कुशीनगर के एसपी धवल जायसवाल ने बताया कि विजय कुशवाहा लोगों को लालच देकर फर्जी सिमकार्ड से खाता लिंक कराकर ठगी करते थे. यह गिरोह क्षेत्र की महिलाओं और भोले भाले लोगों को अपना शिकार बनाता था. ठगी करने से पहले गिरोह कंपनियो से फर्जी मोबाइल नंबर लेकर यूपीआई बनाते थे, फिर इंस्टेंट लोनिंग का पैसा खाते में ट्रांसफर कर उसे निकाल लेते थे. 

पहले भी जेल जा चुके हैं आरोपी 
पुलिस ने जांच में पाया कि पकड़े गए तीनों आरोपी पहले भी गिरफ्तार होकर जेल जा चुके हैं. जेल से बाहर आने पर अपना तरीका बदलकर ठगी करने लगे. पुलिस ने बताया कि तीनों इतने शातिर थे कि लोगों को फुसलाकर पहले फर्जी सिमकार्ड से उनके खाते को लिंक कराते थे और फिर मोबाइल में इसका कंट्रोल लेकर साइबर हैकरों को बेच देते थे. ठगी करने वाले ये अपराधी खातों के एटीएम और पासबुक अपने पास ही रखते थे. इसके बदले साइबर हैकर्स से मोटी रकम प्राप्‍त करते थे. 

महिलाओं को उतारा चाह रहा था जिस्मफरोशी के धंधे में  
ठग गिरोह के ये सदस्य एटीएम से पैसे निकालने आए लोगों का पिन देखकर उन्हें बातों में बहलाकर सारा पैसा निकाल लेते थे. ठगी के पैसे से विधायक बनने की चाहत में निर्दल चुनाव लड़ने वाला विजय कई वर्षों से ठगी करता था. पहले वह एटीएम बदलकर लोगों का पैसा ठग लेता था. ठगी के पैसों से वह खड्डा विधानसभा से चुनाव भी लड़ा था. ठगी के पैसों से विधायक बनने की चाह ने इस कदर अंधा बना दिया कि कुछ महिलाओं को लालच देकर लोगों से शारीरिक संबंध बनाने के लिए मैसेज करवाता था ताकि वह ठगी के साथ-साथ जिस्मफरोशी के धंधे में भी उतर सके.

25 हजार का इनाम भी था 
विजय पर 25 हजार रुपये का इनाम भी था. पुलिस ने तीनों आरोपियों से 1 लाख 32 सौ रुपये व अन्य सामान भी बरामद किए है. विजय पर पहले से ही आईटी और अन्य मामलों में मुकदमे दर्ज हैं. अन्य दूसरा आरोपी तनवीर आलम उर्फ अमन कुशीनगर जिले के ही तमकुहीराज गुदरी टोला का रहने वाला है. इसके पास से दो लैपटॉप, एक मोटरसाइकिल, नकदी, 16 एटीएम कार्ड, 13 आधार कार्ड, छह सिम कार्ड, पांच मोबाइल फोन, एक तमंचा व चार कारतूस बरामद किए गए हैं. 

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