शाहजहांपुर में जेल क्रिकेट प्रीमियर लीग का आयोजन किया जा रहा है. इसमें कैदियों की पांच टीम बनाई गई हैं. अंपायर की भूमिका में अपने सख्त अनुशासन के लिए पहचाने जाने वाले जेलर हैं.
Trending Photos
शिवकुमार/शाहजहंपुर: अब तक आपने इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के मैच देखे होंगे. जेल क्रिकेट प्रीमियर लीग के बारे में शायद ही सुना होगा. लेकिन अब क्रिकेट का एक नया प्रयोग शाहजहांपुर में देखने को मिल रहा है. यहां जिला जेल में कैदियों की पांच क्रिकेट टीमें बनाई गई हैं. जिनके बीच जेल क्रिकेट प्रीमियर लीग खेला जाएगा. इस क्रिकेट प्रतियोगिता में जेल अधिकारी अंपायर हैं तो वहीं कैदी क्रिकेट खिलाड़ी हैं. चौका-छक्का या आउट होने पर कैदी और अधिकारी एक साथ शूटिंग के साथ ताली बजाते दिखाई दे रहे हैं.
जीवन स्तर सुधरेगा
माना जा रहा है कि इससे जेल में बंद कैदियों के बीच बढ़ने वाला मानसिक तनाव जरूर कम होगा. दरअसल, उत्तर प्रदेश में योगी सरकार द्वारा अंग्रेजों के जमाने से चले आ रहे जेल मैन्युअल में बदलाव किया गया है. इससे शाहजहांपुर जिला जेल में कैदियों को अब अंग्रेजों के जमाने से चले आ रहे जेल मैन्युअल से काफी हद तक निजात भी मिल गई है. इसका उद्देश्य कैदियों का जीवन स्तर अच्छा करना है. इससे कैदियों के बीच टीम भावना और बेहतर करने का जज्बा पैदा होगा. शाहजहांपुर के जेल अधीक्षक मिजाजी लाल के मुताबिक जेल सुधारों के आपराधिक दुनिया को छोड़ कैदियों के जीवन स्तर में बेहतर बदलाव आए तथा वह समाज की मुख्यधारा में आएं इसलिए यह पहल की गई है.
यह भी पढ़ें: Bageshwar: कीवी की खेती ने बदली युवाओं की किस्मत, जानें कैसे हो रही लाखों की कमाई
13 सितंबर को होगा फाइनल
जेल के कैदियों से तैयार पांच टीमों के बीच मैच खेले जाएंगे. 13 सितंबर को जेल के भीतर ही फाइनल मैच होगा. इसमें जेल अधिकारी अंपायर तो कैदी खिलाड़ी होने के साथ-साथ एनाउंसर भी है. खास बात यह भी है कि जब से उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा जेल के नियम कायदों को बदला गया है तब से कैदियों और बंदियों में खासा उत्साह है.