कभी मॉडल बनना चाहती थीं CWG 2022 में सिल्वर जीतने वाली प्रियंका गोस्वामी, कंडक्टर पिता की मेहनत से पाया मुकाम
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कभी मॉडल बनना चाहती थीं CWG 2022 में सिल्वर जीतने वाली प्रियंका गोस्वामी, कंडक्टर पिता की मेहनत से पाया मुकाम

CWG 2022: प्रियंका ने एक इंटरव्यू में बताया कि दसवीं पास करने के बाद ही उन्होंने फैशन डिजाइनिंग की पढ़ाई के लिए मन बनाया था लेकिन फिर उन्होंने बारहवीं की पढ़ाई करने का निर्णय लिया और इसके बाद स्कूल से ही उन्होंने एथलेटिक्स में आगे बढ़ने का फैसला लिया...

 

कभी मॉडल बनना चाहती थीं CWG 2022 में सिल्वर जीतने वाली प्रियंका गोस्वामी, कंडक्टर पिता की मेहनत से पाया मुकाम

मेरठ:  पूर्वोत्तर रेलवे की एथलीटऔर ओलंपियन प्रियंका गोस्वामी ने बर्मिंघम में आयोजित राष्ट्रमंडल खेल में शनिवार को इतिहास रच दिया. प्रियंका ने  10 किलोमीटर पैदल चाल में रजत पदक जीतकर देश का मान बढ़ाया है. वो 10 हजार मीटर रेस वॉक में मेडल जीतने वाली पहली भारतीय महिला एथलीट बन गई हैं. प्रियंका ने 43:38.82 में रेस पूरी करके सिल्वर मेडल जीता. 

मेरठ की रहने वाली हैं प्रियंका
प्रियंका मूल रूप से मेरठ की रहने वाली हैं. प्रियंका के पिता मदनपाल गोस्वामी यूपी रोडवेज में कंडक्टर की नौकरी करते थे. किसी वजह से उनकी नौकरी चली गई जिसके बाद उनके घर के हालात खराब हो गए.  प्रियंका ने मेरठ के गर्ल्स स्कूल और बीके माहेश्वरी से अपनी स्कूली शिक्षा पूरी की. उन्होंने बीए की पढ़ाई पटियाला से की.  घर के हालात अच्छे नहीं थे उसके बाद भी उनके पिता जैसे-तैसे करके उनको पढ़ने के लिए रुपये भेजते थे.

रेलवे में काम करती हैं प्रियंका
प्रियंका रेलवे में काम करती हैं. पूर्वोत्तर रेलवे के इज्जतनगर मंडल में डीआरएम ऑफिस में वरिष्ठ लिपिक के पद पर तैनात हैं. प्रदेश सरकार की ओर से कॉमनवेल्थ गेम्स में पदक जीतने वालों को पुलिस में डिप्टी एसपी पद पर नौकरी दी जाती है. ऐसे में प्रियंका के पास दूसरे विभाग में चुनने का मौका भी होगा.

प्रियंका के साथ थे लड्डू गोपाल 
मेडल सेरेमनी के बाद प्रियंका अपने आराध्य लड्डू गोपाल की मूर्ति के साथ नजर आईं.  उनके गले में मेडल था और एक हाथ में लड्डू गोपाल थे. उन्होंने अपने मेडल को भगवान श्रीकृष्ण को ही समर्पित किया.उन्होंने कहा-यह मेडल भगवान श्रीकृष्ण और मेरे परिवार को समर्पित है. उनके सपोर्ट के बिना यह कामयाबी नहीं मिलती. 

अंतरराष्ट्रीय वाक चैंपियनशिप-2021 में जीता था स्वर्ण पदक
 20 किलो मीटर वॉक रेस में उन्होंने देश के लिए कई मेडल जीते हैं. 2021 में टोक्यो ओलिंपिक में भी देश को रिप्रजेंट किया.प्रियंका गोस्वामी ने टोक्यो ओलंपिक-2022 में पैदल चाल में भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए 17वां स्थान मिला था.  प्रियंका गोस्वामी ने रांची में आयोजित अंतरराष्ट्रीय वाक चैंपियनशिप-2021 में 20 किमी पैदल चाल में भाग लेकर एक घंटा 28 मिनट, 45 सेकेंड का समय लेते हुए गोल्ड मेडल अपने नाम किया था.

फैशनेबल हैं प्रियंका
प्रियंका ने किसी इंटरव्यू में कहा, ‘‘मुझे फैशनेबल कपड़े पहनना और नई चीजों का इस्तेमाल करना पसंद हैं. स्पर्धा में भाग लेने से पहले मैं सोचती थी कि मैं अपनी किट कैसे तैयार करूं और मेरा हेयर स्टाइल कैसा होगा..कॉमनवेल्थ गेम्स में चांदी की चमक बिखेरने वाली 'सिल्वर गर्ल' प्रियंका गोस्वामी शुरुआत में मॉडलिंग और फैशन डिजाइनिंग में अपना करियर बनाना चाहती थीं. उन्हें अक्सर फोटो खिंचवाना और रैंप वॉक करना काफी पसंद है. प्रियंका का मानना है कि उन्हें मौका मिला तो वह मॉडलिंग में जरूर हाथ आजमाएंगी.

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