Noida Stolen Mobile: चोरी और सेकंड हैंड फोन के पोर्ट्स से बना देते थे नया फोन, 1 लाख का मोबाइल फोन आधी कीमतों में बेचकर करते थे जीएसटी की चोरी. पुलिस ने 2 करोड़ के 350 मोबाइल के साथ एक शातिर आरोपी को किया गिरफ्तार.
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नोएडा: उत्तर प्रदेश के Noida से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक अवैध कंपनी में चोरी के मोबाइल के पार्ट्स को 'री-असेम्बल' करके नया फोन बनाया जाता था और बहुत तेजी से बाजार में बेचा जाता था. इस अवैध कारनामे की जानकारी मिलते ही पुलिस सतर्क हो गई. second hand और पुराने मोबाइल की इस अवैध कंपनी का आज पुलिस ने राजफाश किया है.
2 करोड़ की कीमत के 350 मोबाइल बरामद
पुलिस ने मोबाइल के पार्ट्स को 'री-असेम्बल'करके नए फोन बनाकर मार्केट में बेचने वाली कंपनी का पर्दाफाश करते हुए 2 करोड़ के 350 मोबाइल के सात एक शातिर आरोपी को गिरफ्तार किया है. इसके साथ ही पुलिस ने 5 करोड़ की जीएसटी की चोरी पकड़ी है.
बिना बिल के बेच देते थे फोन
पुलिस की जानकारी के मुताबिक इस गिरोह की मोडुस ओपेरान्डी यह थी कि फोन के पार्टस निकालकर एक नया फोन तैयार किया जाता था. जिसकी कीमत बाजारू कीमत से 50-60 प्रतिशत कम होती थी और इसका कोई भी बिल ग्राहक को नहीं दिया जाता था. पॅकिंग के बिना ही यह शातिर आरोपी ग्राहकों को फोन बेचते थे.
1 लाख कीमत का फोन 40 हजार में बेचते थे
डीसीपी ने जानकारी दी कि यह शातिर आरोपी बाजर से रेस्ट से करीब 40% कम दाम पर ग्राहकों को फोन बेच दिया करते थे. यदि बाजार में किसी फोन की कीमत 1 लाख रुपये है तो यह गिरोह 35 से 40 हजार में फोन बेचते थे.
20 से 25 दिनों के लिए रखते थे कारीगर
डीसीपी की जानकारी के अनुसार इनफोर्सल टेक्नोलॉजी प्राइवेट लि0 के दिवाकर शर्मा पुत्र राकेश कुमार शर्मा बी-21, सेक्टर-8, नोएडा से गिरफ्तार किया गया है. आरोपी के कब्जे से 350 अवैध मोबाइल फोन, 01 लैपटॉप व रिपेयरिंग करने के उपकरण बरामद हुए है. इस कंपनी का मालिक 20 से 25 दिनों के लिए ही कारीगरों को काम पर रखता था, जिससे किसी को भी शक न हो. पुलिस की सूचना पर पहुंची जीएसटी/कस्टम टीम मौके पर पहुंची है प्रारंभिक जांच के दौरान 5 करोड़ की जीएसटी चोरी भी प्रकाश में आयी है. पुलिस ने अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी का प्रयास कर रही है.